लॉकडाउन के दौरान घर में महिलाएं और बच्चों का रखें ख्याल
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन दी गई ट्रेनिंग
मुंगेर/ नोवेल कोरोनावायरस के प्रति महिलाएं और बच्चों में जागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस और केयर इंडिया के सहयोग से मोबाइल ऐप के द्वारा ऑनलाइन आंगनबाड़ी वर्करों को ट्रेनिंग दी गई। शुक्रवार को आयोजित ऑनलाइन ट्रेनिंग में मुंगेर जिले के भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मोबाइल ऐप के जरिए जुड़ी रहीं। इस दौरान महिलाओं और बच्चों के रहन-सहन, खानपान सहित कोरोना के मुद्दों पर विस्तार से आंगनबाड़ी वर्करों को बताया गया।
पोषण अभियान की डिप्टी डायरेक्टर डॉ पारो श्रीवास्तव ने कहा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समुदाय के साथ मिलकर अच्छा काम कर रही हैं। जिसका परिणाम भी अच्छा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 एक अनजान वायरस है इससे हमें बचने के लिए कई तरह की सावधानियां बरतनी होगी। इसे लेकर देश में पीएम के द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान घरों में रहकर कोरोनावायरस को हराना है।

धैर्य और संयम बरतना है जरूरी: डॉ पारो ने कहा इस खतरे को धैर्य रखकर निपटा जा सकता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बताया गया कि वह लोगों को बताएं घबराहट और डर ज्यादा नहीं रखना चाहिए। उन्होंने आंगनबाड़ी वर्करों को कहा कि भ्रमण के दौरान अगर किसी को सर्दी, खाँसी व सांस की समस्या हो तो चिकित्सीय सलाह लेने की उन्हें जरूरत बताएं। बच्चों के प्रति हमेशा सकारात्मक सोच रखें। उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बितायें। उन्हें कोरोना वायरस से बचाव तथा लक्षण की जानकारी दें

सोशल डिस्टेन्सिंग का करे पालन: ख़ुद को दूसरों लोगों से अलग कर रखें। इसके अलावा भीड़- भाड़ वाले इलाकें में जाने से बचें। अनजान लोगो से दूरी बनाये रखें। इससे बचने के लिए आप नियमित रूप से और अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं। अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं. ऐसे में खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छूना और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
30 सेकेंड्स तक साफ करें हाथ: पानी और साबुन का इस्तेमाल करते हुए हाथों को 30 सेकेंड्स तक रगड़कर साफ करने एवं खाने के पहले और बाद, शौचालय के इस्तेमाल के बाद अवश्य साबुन से हाथ धुलने की सलाह दें। लोगों को ऐसे सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें 60 प्रतिशत एल्कोहल हो।