यामहा शोरूम के मालिक पर हुई गोलीबारी मामले में पाँच गिरफ्तार, हथियार व गोली बरामद

 

रितेश हन्नी/सहरसा – जिले के बैजनाथपुर पुलिस शिविर क्षेत्र में बीते 30 जनवरी को मधेपुरा यामहा शोरूम के मालिक राजकुमार सिंह व कर्मी अमीर हसन को थाना क्षेत्र के परिहार मोड़ के समीप मोटर साईकिल सवार तीन अज्ञात अपराधकर्मीयों द्वारा जान मारने की नियत से गोली चलाया गया था, जिसमें वो जख्मी हो गए। जख्मी के फर्दबयान पर सौरबाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत बैजनाथपुर पुलिस शिविर में कांड दर्ज किया गया। कांड के सफल उद्धभेदन एवं संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सन्तोष कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी में प्रतिनियुक्त सदर व अंचल पुलिस निरीक्षक, सदर थानाध्यक्ष राजमणि, एसआई सुनील कुमार भगत, बैजनाथपुर पुलिस शिविर प्रभारी संजीव कुमार सहित, तकनीकी शाखा के पदाधिकारी व कर्मी सहित अन्य द्वारा घटना के दिन का सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सहयोग एवं गुप्त सूचना के आधार पर कांड का साक्ष्य संलग्न किया गया। गठित एसआईटी टीम को मोबाईल एनालिसिस के आधार पर पता चला कि सदर थाना क्षेत्र के तिवारी टोला में बिक्की चौबे के घर पर कुछ अपराधकर्मी एकत्रित हुए हैं। सूचना मिलते ही गठित एसआईटी के द्वारा तिवारी टोला स्थित बिक्की चौबे के घर पर छापेमारी की गई। छापेमारी के क्रम में बिक्की चौबे, मो० शमशेर, मो० अफरोज, मनीष कुमार एवं नीरज कुमार की गिरफ्तारी की गई। वहीं उनके पास से पुलिस ने 9 एमएम का एक पिस्टल, दो मैगजीन, चार जिन्दा कारतुस, एक चाकु व छः मोबाईल बरामद किया गया। गिरफ्तार अपराधकर्मीयों ने गोलीबारी की घटना में अपनी अपनी संलिप्तता स्वीकारी और उन्होंने बताया कि पाँच लाख रुपये में सहरसा यामहा शोरूम के मालिक की सुपारी मिली थी, रुपये की लोभ में उनलोगों ने उक्त घटना को अंजाम दिया।

गिरफ्तार अपराधियों ने कबूला

पुलिस को गिरफ्तार अभियुक्त के मोबाईल लोकेशन के आधार पर पता चला कि मो० शमशेर एवं नीरज कुमार का मोबाईल घटना के दिन तीरी परिहार गोड घटनास्थल पर था। जब गहराई से पूछताछ की गयी तो मो० शमशैर ने बताया कि विक्की चौबै घटना से कुछ दिन पहले हम चारों को अपने घर पर बुलाया और बोला कि एक काम आया है। जिसके बाद मैं बोला कि क्या काम है तो उन्होंने बताया कि सहरसा के उमेश दहलान के सहयोगी बिन्देश्वरी राय ने फोन पर बताया कि एक काम करना है, जिसमें पाँच लाख रूपया मिलेगा। इसमें हमलोगों को एक – एक लाख रूपया मिलेगा। इसपर मैं बोला कि क्या काम है, तो बिक्की चौबे बोले कि याम्हा शोरूम, सहरसा के मालिक अनुज सिंह उर्फ चुन्नु सिंह इस्लामियाँ चौक पर स्थित विशाल सिंह का जमीन कब्जा कर लिया है, जिसमें काफी पैसा उमेश दहलान का फँस गया है। यदि चुन्नु सिंह खत्म हो जाएगा तो वह जमीन हमलोगों का हो जाएगा, जिसमें काफी आमदनी होगी, हमलोगों को भी पैसे की काफी आवश्यकता थी। रुपये की लोभ में हमलोग हत्या करने के लिए तैयार हो गये। योजनानुसार दिनांक – 30.01.2021 को मो० अफरोज को सहरसा स्थित चुन्नु सिंह के यामहा शोरूम के गेट पर लगा दिया कि जब चुन्नु सिंह बाहर निकलेगा तो बताना। इसके थोड़ी देर बाद यामहा शोरूम से एक व्यक्ति पीठ पर बैग लेकर निकला तो अफरोज को लगा कि चुन्नु सिंह ही शोरूम से निकला है। इसकी सूचना हमारे दोस्त हमलोग को दे दिया। हम मोटरसाइकिल चला रहे थे तथा बीच में मनीष उर्फ सुशान्त झा तथा पीछे नीरज कुमार बैठ गया। उसके बाद हमलोग योजनानुसार उक्त व्यक्ति के पीछे – पीछे चल दिया। जब चार – पाँच किलोमीटर मधेपुरा की तरफ निकल गये तो सुनसान जगह देखकर चुन्नु सिंह समझकर हमलोग गोली चला दिये। जिसमें राजकुमार सिंह उर्फ बबलू एवं यामहा शौरूम के कर्मी मो० अमिर हसन को गोली लगा, दोनों व्यक्ति मोटरसाईकिल से गिर गया। हमलोगों को लगा कि वह मर गया, जिसके बाद हमलोग भाग कर सहरसा चले आये और छुपकर रहने लगे। वहीं गोलीकांड में गिरफ्तार सभी अपराधियों का लम्बा आपराधिक इतिहास रहा है, जिसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मौके पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सन्तोष कुमार, सदर थानाध्यक्ष राजमणि, एसआई सुनील कुमार भगत, बैजनाथपुर पुलिस शिविर प्रभारी संजीव कुमार, एसआई शिवशंकर प्रसाद सहित अन्य मौजूद रहे।


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