
पुलवामा अटैक:- सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने की दूसरी बरसी पर नम हुईं देश की आंखें
पुलवामा अटैक:- सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने की दूसरी बरसी पर नम हुईं देश की आंखे
Desk:पटना: भारत के इतिहास में आज का दिन जम्मू कश्मीर की एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। आतंकियों ने दो साल पहले देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमला किया था। इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।दरअसल राज्य के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी थी। इस टक्कर के बाद एक जोरदार धमाका हुआ और बस से जा रहे सीआरपीएफ के जवानों के क्षत विक्षत शरीर जमीन पर बिखर गए थे। इस हमले को अंजाम देने वाले आदिल, कारी यासिर, सज्जाद भट्ट, उमर फारूक, मुदसिर अहमद खान आदि सभी मारे जा चुके हैं. इसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी अहम भूमिका निभाई. NIA ने अगस्त 2020 को पुलवामा हमले को लेकर साढ़े तेरह हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें 19 आरोपियों के नाम शामिल किए गए थे, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है. ये 6 आतंकी अलग-अलग ऑपरेशन में मारे गए।
जैश-ए-मोहम्मद ने रची हमले की साजिश
NIA की चार्जशीट में बताया गया कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने आईएसआई समेत पाकिस्तान की सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर साजिश रची और पुलवामा हमले को अंजाम दिया. चार्जशीट में जिन 13 जीवित आरोपियों के नाम हैं, उनमें सबसे ऊपर जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर और उसके दो भाइयों- रऊफ असगर मसूद और मौलाना अम्मार अली है. सबूत जुटाने में अमेरिकन एजेंसी FBI की भी मदद ली गई।