जगदीशपुर के 50 से अधिक लोग सूरत में फंसे,नहीं मिला अब तक मदद
होली बाद कमाने के उद्देश्य से सभी लोग गए थे सूरत
काम धंधा से है वंचित,मकान मालिक मांग रहा है किराया
एबीवीपी के नगर मंत्री व्यवस्था कराने में जुटे
लोगों ने कहा- हेल्पलाइन नंबर पर नहीं मिल रहा है सहायता
संवाददाता सूरज कुमार राठी,जगदीशपुर
जगदीशपुर: होली के बाद जगदीशपुर के 50 से ज्यादा लोग कमाने के लिए गुजरात के सूरत गए थे।कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं। वर्तमान समय में सभी लोग काम धंधा से वंचित है। फिलहाल सभी लोगों के पास न तो पैसा है ना ही खाने का कोई राशन है। जिस मकान में सभी लोग रह रहे हैं उस मकान के मकान मालिक किराया का पैसा मांग रहे हैं। सभी लोगों ने परेशान होकर दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने को कोशिश की लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है।हार-थक कर सभी लोग अपने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप बनाकर राहत और बचाव की मदद मांग रहे हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री विवेक गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी लोग गुजरात के सूरत शहर के कारखाने में काम करने वाले हैं।लॉकडॉन के कारण कारखाने बंद है। ऐसे में सभी लोगों का वहां के स्थानीय प्रशासन भी मदद नहीं कर रहा है। मैं सभी को व्यवस्था कराने में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि हमसे सभी लोगों की बात हुई तो उन लोगों ने बताया कि हमारे पास अभी खाने पीने का कोई व्यवस्था नहीं है पैसे भी जो था वो खत्म हो चुका है ऐसे में हम लोग विकट परिस्थिति से गुजर रहे हैं।
