
तीनों किसान विरोधी काले कृषि कानून के खिलाफ 25 जनवरी को सभी प्रखंडों में निकलेगा मशाल जुलुश-मनोज मंजिल
जब तक सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं ले लेती तब तक जारी रहेगा आंदोलन-मनोज मंजिल
तीनों किसान विरोधी कृषि कानून के रद्द होने तक जारी रहेगा आंदोलन।
25 जनवरी को सभी प्रखंडों पर कृषि कानून के खिलाफ निकलेगा मशाल जुलुश,लोगों से बढ़ चढ़ का हिस्सा लेने की अपील।
किसान विरोधी तीनों कानूनों के विरोध में महागठबंधन के आह्वान पर 30 जनवरी को पूरे राज्य में लगेगी मानव श्रृंखला।
कुणाल सिंह/अगिआंव/आरा:– अगिआंव प्रखंड के पोसवां,मेघरिया,मिल्की टोला और धोबड़ी में हुआ किसान- मजदूर पंचायत सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका अध्यक्षता पुर्व मुखिया पोसवा जगदीश पाल संचालन भाकपा माले अगिआंव प्रखंड विधायक प्रतिनिधि जय कुमार यादव ने किया। सभा को संबोधित करते हुए विधायक मनोज मंजिल जी ने कहा कि उच्य न्यायालय का महिलाओं को आंदोलन से दूर रखने वाला बयान बेहद आपत्तिजनक है,चुकि महिलाओं का योगदान हर क्षेत्र के साथ साथ कृषि में भी अतुलनीय योगदान है,इसलिए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में भाग लेने का उनका पूरा हक है,सभी माता बहनो से आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने का किया अपील ।
कृषि का निजिकरण किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं किया जाएगा ।केंद्र सरकार किसानों को अम्बानी,अडानी के हवाले करना बंद करे। केंद्र सरकार यथाशिघ्र विशेष शत्र बुलाकर इन नए काले कृषि कानूनों को वापस ले ।
कृषि चुकी हमारे देश का सबसे ज्यादा रोजगार सृजन वाला क्षेत्र है,यह देश के 60 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करता है,इन नए कृषि कानूनों से लाखों भूमिहीन,बटाईदार किसान बेरोजगार हो जाएंगे,देश भर में भुखमरी का संकट आ जायेगा ।
यथाशिघ्र सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोसित हो,और सरकार इनकी खरीदारी सुनिश्चित करे,सरकार किसानों से अनाज नहीं खरीदकर जन प्रणाली की दुकानों को बंद करना चाहती है,जिससे गरीबों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी । सम्मेलन में माले नेता राज गृह पाल,राज कुमार पाल, छात्र नेता सरोज पाल, रंजीत यादव, अशरफ हुसैन,कंचन कुमार उपस्थित रहे