
कल मनेगा मकर संक्रान्ति का त्यौहार,तिलकुट की सोंधी खुशबू से महक रहे बाजार।
कुणाल सिंह/गड़हनी:-कल गुरुवार को मनाया जाएगा मकर संक्रान्ति का त्यौहार, तिलकुट की सोंधी खुशबू से महक रहे बाजार।गोला बाजार के पास तो लोगों का ध्यान अचानक ही इस ओर आकृष्ट हो जाता है। यहां तिलकुट की कई दुकानें सजी हैं। कई दुकानदार दूरदराज से आकर अपनी दुकानें सुजाए बैठे हैं। यहां पर लगभग हर रेंज के तिलकुट उपलब्ध हैं।
गया के कारीगरों से निर्मित करकार जितेन्द्र तिलकुट भंडार की दुकान सजा रखी है तो दूसरी ओर विष्णु तिलकुट भंडार की दुकान सजाई है। सड़क किनारे भी कई दुकानें सजी हैं। कहते है तिलकुट शगुन की चीज होती है। साथ ही पूजा-अनुष्ठान में भी इसकी उपयोगतिा है। सबसे बड़ी बात यह शरीर को शक्ति देने देह को गर्म रखने में बहुत मुफीद होता है। इसलिए इस मौसम में तिल खाना लाभदायक होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भी मकर संक्रान्ति के दिन पूजा-पाठ कर तिल खाने की परंपरा रही है।
तिल के व्यवसाय करने वाले लोग नवंबर महीने से ही गड़हनी में आ जाते हैं। तिल के बने विभिन्न मिष्ठान मक्का, तिलपापड़ी, चीनी वाला, गुड़ वाला, खोआ वाला, पोस्ता वाला, रेवड़ी, लड्ड, गया का स्पेशल तिलकुट आदि बाजारों में छाए हुए हैं। इसके दरों की विभिन्नता खोआ तिलकुट 300-340गुड़ वाला तिलकुट 160-220चीनी वाला तिलकुट 160-240गजक 300-320गया का तिलकुट 200काला तिल का लड़वा 250 तिलवा 80 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है।