
अनुमंडलीय अस्पताल, जगदीशपुर का किया गया निरीक्षण
सावन कुमार/आरा:-जिलाधिकारी, भोजपुर रौशन कुशवाहा द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल, जगदीशपुर एवं रेफरल अस्पताल, जगदीशपुर का निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के समय सिविल सर्जन, भोजपुर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जगदीशपुर एवं अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित रहे ।
जिलाधिकारी, भोजपुर के द्वारा कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया गया जिसमें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जगदीशपुर को निदेश दिया गया कि टीकाकरण के कार्य हेतु अनुमंडलीय अस्पताल में अलग से स्थान चिन्ह्ति करते हुए बैरिकेड कराते हुए टीकाकरण का कार्य करेंगे । प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जगदीशपुर के द्वारा बताया गया कि अनुमंडलीय अस्पताल, जगदीशपुर में अब तक कुल 700 लोगों के द्वारा अपना रजिस्ट्रेशन कराया गया है । निदेश दिया गया कि टीकाकरण का कार्य प्रारंभ होने के पूर्व सभी आवश्यक तैयारी करना सुनिश्चित करेंगे । अनुमंडलीय अस्पताल में बाथरूम एवं अन्य कई जगहों पर फर्श टूटा हुआ पाया गया । इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश सिविल सर्जन, भोजपुर को दिया गया । निरीक्षण के क्रम में ए0एन0एम0 स्कूल, जगदीशपुर एवं अनुमंडलीय अस्पताल, जगदीशपुर के परिसर की भूमि का सीमांकन कराने का निदेश उप समाहर्ता भूमि सुधार, जगदीशपुर एवं अंचलाधिकारी, जगदीशपुर को दिया गया । अनुमंडलीय अस्पताल, जगदीशपुर के चहारदीवारी एवं भवन का रंग-रोगण कार्य कराने का निदेश सिविल सर्जन, भोजपुर को दिया गया ।
अनुमंडलीय अस्पताल, जगदीशपुर के कई कमरों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के द्वारा अवैध ढंग से अतिक्रमण पाया गया । प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जगदीशपुर एवं सिविल सर्जन, भोजपुर को निदेश दिया गया कि वैसे कर्मियों को चिन्ह्ति करते हुए उन्हें नोटिस निर्गत करते हुए अविलंब खाली कराना सुनिश्चित करेंगे।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जगदीशपुर के
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जगदीशपुर में साफ-सफाई की स्थिति संतोषप्रद पायी गयी। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जगदीशपुर परिसर में बने भवनों में भी अवैध ढंग से कर्मियों के द्वारा अतिक्रमण किया गया है । इस संदर्भ में भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन, भोजपुर को निदेश दिया गया कि अविलंब कार्रवाई करते हुए भवन को खाली कराना सुनिश्चित करेंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जगदीशपुर में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र में दवा की उपलब्धता का निरीक्षण किया गया । केन्द्र में दवा की उपलब्धता पायी गयी । परंतु वहा पर कुछ एक्सपायर होने के बाद भी उपयोग की जा रही थी । सिविल सर्जन, भोजपुर को निदेश दिया गया कि इसके लिए दोषी पदाधिकारी एवं कर्मी को चिन्ह्ति करते हुए उनके विरूद्ध कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे ।