प्रशासनिक दावों एवं सख्ती के बावजूद मजदूरों का पलायन जारी
सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने पर मजबूर हैं दिहाड़ी मजदूर
संवाददाता एहराज़ अहमद/सहार:- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 21 दिनों के लॉक डाउन की बढ़ाने की घोषणा के बाद फिर से एक बार मजदूरों का पलायन रोड पर दिखने लगा है। इसी क्रम में सासाराम से चलकर कटिहार को जाने वाले मजदूरों का काफिला सहार में देखा गया। बातचीत में उन दर्जनों मजदूरों ने बताया कि वे दिहाड़ी मजदूर हैं और सासाराम से मंगलवार को चले हैं। पिछली रात वे सभी नासरीगंज में रुके थे जो एक बार फिर से अपने गंतव्य स्थान की ओर बढ़ रहे हैं। बात करने पर उन्होंने बताया कि वे राजपुर थाना द्वारा उपलब्ध कराएं गए सत्तू एवं चना खाए हैं। ऐसे में सहार प्रखंड स्तर से प्रशासनिक सुविधाएं अथवा कोई पहल मिलती हुई नहीं दिख रही है।

वहीं दूसरी तरफ एक और जत्था जो दनवार बिहटा दरभंगा के कुशेश्वरस्थान को जा रहे थे। उनमें प्रमोद कुमार एवं कपिल देव कुमार ने बताया कि वे खेतों में काम करने वाले मजदूर हैं जो कछवा में फसल काटने गए थे। अब वे पैदल ही दरभंगा को जा रहे थे।एक ओर जहां प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा हर दिन लॉकडाउन को लेकर कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं इन दिहाड़ी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन करना तो दूर इसकी सुध लेने वाला भी कोई नहीं दिख रहा है। सामाजिक संस्थाएं जो हमेशा इन गरीबों की मदद के लिए आगे रहते हैं उन्होंने इनके कुछ खाने की व्यवस्था कराई।

बाद में मामले के क्षेत्र में जोर पकड़ने पर सहार प्रखंड विकास पदाधिकारी के निर्देश पर इन लोगों को स्वास्थ्य जांच के लिए सहार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। प्राथमिक स्तर पर इनकी जांच करके इन्हें आगे के लिए रवाना कर दिया गया। ऐसे में प्रशासन के रवैया को देखकर प्रश्न जरूर उठता है। कम से कम इन्हें मानवता का परिचय देते हुए पहल करने की आवश्यकता है।