मच्छरों के आतंक से त्रस्त है क्षेत्रीय जनता, दे रहा बीमारी को निमंत्रण।
संवाददाता कुणाल सिंह /गड़हनी
गड़हनी:- गड़हनी प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में मच्छरों का प्रकोप दे रहा बीमारी को निमंत्रण। क्षेत्रीय जनता है त्रस्त।जनता जहां एक तरफ कोरोना वायरस के महामारी को झेल रही है। वहीं दूसरी तरफ मच्छरों के प्रकोप से आतंकित है। मच्छरों का आतंक दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है रात तो रात और दिन में भी बैठना उठना मच्छरों के वजह से मुश्किल हो गया है।इनके बढ़ते आतंक को देख भयंकर बीमारी का भय बना हुआ है।ग्रामीण जनता का कहना है कि गांव में मच्छरों से बचाव के लिए किसी भी प्रकार का कोई स्प्रे का छिड़काव नहीं किया जा रहा है।

इस पर नाही सरकार का ध्यान है ना ही गड़हनी प्रखण्ड के इकलौते स्वास्थ्य विभाग का।ब्लीचिंग पाउडर के लिये जब स्वास्थ्य प्रभारी डॉ रीता शर्मा से बात करने गए ग्रामीणों को स्पष्ट बताया गया कि जिला में खबर कर दी गयी गई जब आएगा तो मिलेगा । गांव में साफ-सफाई के अभाव में नालियां बजबजा रही हैं। इसके चलते स्थिति नरकीय बनी हुई है। कूड़े करकट से नालियों के पटने के कारण उससे उठने वाले दुर्गन्ध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। साथ ही संक्रामक बीमारियों के फैलने की भी लोगों में आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों ने कई बार मुखिया से शिकायत की, लेकिन स्थिति आज भी यथावत बनी हुई है।दरअसल क्षेत्र के किसी गांव में नगरपालिका की ओर से साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नही की जा रही है। इसके चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। नालियां जाम होकर बजबजा रही हैं। पानी की निकासी नहीं होने से नालियों का पानी ओवरफ्लो कर गलियों में बहता रहता है। ऐसे में एक ओर जहां बजबजाती नालियों से उठते दुर्गध से लोगों का जीना मुहाल हो गया हैं, वहीं दूसरी ओर आवागमन में भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा संक्रामक बीमारिया फैलने की भी आशंका बनी हुई है।स्थिति यह है कि ग्रामीण नारकीय स्थिति में जीने को विवश हैं।
