जगदीशपुर में कोरोना मरीजों ने सड़क पर उतरकर किया विरोध प्रदर्शन
आइसोलेशन केंद्र में कुव्यवस्था का लगाया आरोप
संक्रमित मरीज को सड़क पर देख लोगों में मचा हड़कंप
दुलौर गांव के समीप सड़क जाम से घंटो बाधित रहा वाहन
बुधवार को भी हो हल्ला मचाया था संक्रमित मरीज
(सूरज कुमार राठी/जगदीशपुर)। आरा-मोहनिया एनएच थर्टी पथ पर दुलौर गांव के समीप कोरोना संक्रमित मरीजों ने आइसोलेशन केंद्र में कुव्यवस्था को लेकर सड़क पर उतरकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। कोरोना मरीजों का आरोप है साफ सफाई, भोजन समय से नहीं मिलना सहित तमाम अन्य कुव्यवस्था से परेशान होकर
दर्जनों की संख्या में कोरोना मरीज आईसोलेसन सेंटर से निकलकर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे।सड़क पर कोरोना संक्रमितों के प्रदर्शन के बाद आसपास के इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया। कुव्यवस्था को लेकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे कोरोना मरीजों की खबर सुनते ही प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मच गया।

मरीजों ने अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। आनन-फानन में अधिकारी मौके पर पहुंचे व उन्होंने मरीजों को समझाने की कोशिश की। गौरतलब हो कि बुधवार को भी अनुमंडलीय अस्पताल परिसर स्थित एएनएम ट्रेनिंग संस्थान मे बने आइसोलेशन
केंद्र मे कुव्यवस्था को लेकर संक्रमित मरीजो ने आक्रोशित होकर हो हल्ला करना शुरू कर दिया था।कोरोना संक्रमित मरीज साफ सफाई को लेकर तथा नास्ता, खाना नियमित समय से व गुणवत्ता के हिसाब नही मिलने सिक्युरिटी गार्ड का व्यवहारर अच्छा नही रहने सहित अन्य कुव्यवस्था को लेकर हो हल्ला किया था।इसकी सूचना मिलते ही जगदीशपुर एसडीएम अरुण कुमार, एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन आइसोलेशन वार्ड पहुंचकर जायजा लिया। जायजा लेने के कर्म में आइसोलेशन वार्ड पर लगे सात सेक्युरिटी गार्ड को हटाकर नये गार्ड भेजने के लिए कम्पनी को निर्देश दिया गया। इसके अलावे अन्य बातों को लेकर भी सुधार हेतु निर्देश दिया गया। एसडीएम अरुण कुमार ने बताया कि साफ सफाई का सुधार करवाने नास्ता खाना गुणवत्ता के हिसाब से देने सहित अन्य निर्देश दिए गये।लेकिन अधिकारियों के निर्देश धरे के धरे रह गया। आलम यह हुआ कि गुरुवार को आक्रोशित होकर मरीजों ने सड़क पर उतरकर विधि व्यवस्था का पोल खोल कर रख दिया।
संक्रमित मरीजों की सड़क जाम से दोनों तरफ लगी रहीं वाहनों की कतारें

संक्रमित मरीजों ने आइसोलेशन केंद्र में कुव्यवस्था को लेकर आरा मोहनिया हाईवे थर्टी रोड को घंटो तक जाम रखा। इस दौरान रोड पर वाहनों की लम्बी कतारे लग गई। रोड से आने-जाने वाले लोगों को भारी कठिनाई यों का सामना करना पड़ा। अधिकतर यात्री पैदल हीं अपने गंतव्य तक आते जाते दिखे। यहां तक कि संक्रमित मरीज को सड़क पर देखकर लोगों में खलबली मच गया।
डीएम ने जताई नाराजगी, सिविल सर्जन को दिया निर्देश

जिलाधिकारी भोजपुर, रौशन कुशवाहा ने सिविल सर्जन भोजपुर व प्रखंड विकास पदाधिकारी जगदीशपुर को स्थल पर भेजा।ताकि स्थिति का सही सही आंकलन हो सके।जिलाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन आरा को स्प्ष्ट निर्देश दिए गये कि मरीजो की शिकायतें सुन कर उनका स्वास्थ्य ,सफाई एवं भोजन की गुणवत्ता आदि अविलम्ब सुधारा जाये। साथ ही प्रखण्ड विकास पदाधिकारी जगदीशपुर को उन सुरक्षा कर्मियों अथवा अन्य व्यक्ति को चिन्हित करने के निर्देश दिए गये।
जिसके लापरवाही से कोविड 19 संक्रमित व्यक्ति सड़क पर आ गये। संक्रमितों को जहाँ आइसोलेट करने की व उन्हें स्वास्थ्य लाभ कराने की तमाम व्यवस्था की जा रही है ।वही मरीजों का खुलेआम सड़क पर आ जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी आपत्ति जताई है।सभी मरीजो द्वारा सफाई व भोजन के सम्बंध में नाराजगी जताई गई। जिसके सुधार हेतु उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा आश्वासन देते हुए स्थिति को सामान्य किया गया।