भोजपुर में मोमिन बिरादरी द्वारा मनाया गया अब्दुल कय्यूम अंसारी जयंती समारोह
भोजपुर/आरा : देश मे चल रहे कोरोना की महामारी का ध्यान रखते हुवे भोजपुर के रिगल होटल आरा के मीटिंग हॉल में ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस भोजपुर जिला कमिटी के बैनर तले फखरे कौम स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल कय्यूम अंसारी की जयंती समारोह मनाया गया।इस अवसर पर ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के प्रदेश उपाध्यक्ष सह ज़हूर आईटीआई के निर्देशक व समारोह के मुख्य वक्ता हामिद मसूद अंसारी ने कहा कि 1 जुलाई 1905 में जन्मे अब्दुल कय्यूम अंसारी एक स्वतंत्रता सेनानी के साथ-साथ देश के लिए अपनी कर्मठता, जुझारूपन और आपसी भाईचारे के लिए जाने जाते है।

वे उन नेताओं में से थे जो भारत राष्ट को तोड़ने के पक्ष में और अलग राष्ट के बनने के पक्ष में नही थे। डेहरी ऑन सोन बिहार के एक धनी परिवार में जन्मे अंसारी साहब आजादी की लड़ाई उन्होंने अपनी उम्र के शुरुवाती हिस्से से ही लड़ना शुरू कर दिया था।अंसारी साहब न सिर्फ एक अच्छे नेता थे बल्कि एक समृद्ध पत्रकार,लेखक व कवि भी थे।उनका गरीब व पिछड़े लोगो को शिक्षा के क्षेत्र में अहम ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प वाकई एक बड़ा कदम था तो आज उन्ही के यौमे पैदाईश(जन्मदिन) पर इस समारोह में उपस्थित सभी अतिथिगण ने उनपर पुष्पमाला अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

इसी के साथ कोरोना की महामारी को देखते हुवे आपस में दूरी का ख्याल साथ मे मास्क पहने हुवे बारी-बारी से सभी अतिथिगणों ने अपनी-अपनी बातों को इस मीटिंग में रखा।जयंती समारोह में पहुंचे ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के जिलाध्यक्ष मुख्तार अहमद अंसारी ने कहा कि अब्दुल कय्यूम अंसारी गरीब पिछड़े मुसलमानो को बिहार में आरक्षण मिलना उन्ही के कोशिश व संघर्षो का नतीजा है। गड़हनी से पहुंचे जदयू नेता डॉ. अकबर अंसारी ने अपनी बातों में कहा कि अब्दुल कय्यूम अंसारी हमारे अंसारी समाज को शिक्षित बनाने के लिए हमेशा कोशिशों में लगे रहे जिसका परिणाम हमे मिलना शुरू हो गया है।साथ ही उन्होंने कहा कि अभी हमे अपने समाज को आगे बढ़ाने में और अच्छे से मेहनत करना पड़ेगा जिससे हमारा समाज और अच्छा परिणाम दे सके।

वहाँ मौजूद कोइलवर राजद प्रखंड नेता जहांगीर अंसारी ने अंसारी समाज को आने वाले दिनों के पूर्ण रूप से शिक्षित होने का संदेश दिया।वहाँ मौजूद गड़हनी मुखिया तस्लीम आरिफ उर्फ गुड्डू का मानना था कि आज भी अंसारी समाज राजनीति के क्षेत्र में बहुत पीछे है।इस समाज का राजनीति में भागीदारी बहुत कम है इसलिए हमें समाज को शिक्षित कर राजनीतिक गलियारों में भी एक अहम हिस्सा बनना होगा जिससे अपने समाज को किसी भी कठनाइयों से नही गुजरना पड़े।
इस मौके पर उपस्थित अन्य वक्त के रूप में डॉ. नसीम अहमद, मो. अबरार अंसारी, आफताब अंसारी(शिवपुर), जलालुद्दीन अंसारी(रामदेव छपरा), मौलाना मुस्तफिस नदवी, यूसुफ आज़ाद(कारीसाथ), हक मास्टर(बिहिया), समसाद प्रेम, सरवर अंसारी, मो. अनवर अंसारी(सकडडी), बदरुद्दीन अंसारी(गड़हनी), मो. परवेज आलम(घेघटा,सरैया), मो. जावेद आलम(घेघटा, सरैया), शकील LIC वलीगंज आदि थे।