विहीप व बजरंग दल ने चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूँका एवं चीनी सामानों का किया बहिष्कार
(रितेश हन्नी/सहरसा) – विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शहर के शंकर चौक पर चीन का विरोध करते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन किया तथा चीनी सामानों का बहिष्कार किया। ज्ञात हो कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख तथा तिब्बत की सीमा के बीच पड़ने वाली गलवान घाटी में चीन के एलिट कमांडो तथा पीपल्स लिबरेशन आर्मी के द्वारा पेट्रोलिंग कर रहे 16 बिहार बटालियन के कर्नल संतोष बाबू के ऊपर कायराना हमला किया गया, जिस हमले में वीरगति को प्राप्त हो गए

और दोनों देशों की सीमा में झड़प हो गई जिसमें भारत के 19 और जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। परंतु वीरता का परिचय देते हुए उन्होंने चीन के कायर सैनिकों के मौत के घाट उतार दिया। इस झड़प में चीन के 60 से अधिक सैनिकों की मौत हुई जिसके रीढ़ और गर्दन की हड्डी टूटी हुई थी। ज्ञात हो कि इस हमले में चीन की तरफ से सोची समझी साजिश के तहत लगभग 800 सैनिकों को लगाया गया था जबकि भारत की तरफ से महज 150 सैनिक ही थे।

चीन के इस कायराना हमले के बाद विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के सभी कार्यकर्ताओं ने यह निर्णय लिया कि जीवन पर्यंत कभी भी चीन में बने किसी प्रकार के सामानों का उपयोग अब नहीं करेंगे। इसी क्रम में विभाग मंत्री शारदाकान्त झा में कहा कि समय आ गया है जब प्रत्यक्ष युद्ध के द्वारा चीन को सबक सिखाया जाए। क्योंकि युद्ध के बिना शांति की स्थापना नहीं हो सकती तथा पूर्व में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण भारतवर्ष की जो भूमि चीन के कब्जे में चली गई थी उसे वापस लेने का समय आ गया है।वही जिला मंत्री नन्हें सिंह ने कहा कि यही वह समय है जब पाक अधिकृत कश्मीर तथा अक्साई चीन को फिर से भारत की सीमा में मिलाया जाए। इसमें यदि भारतीय सेना को आवश्यकता होगी तो संपूर्ण देश में बजरंग दल के प्रशिक्षित 20 लाख युवा सदैव हर प्रकार के सहयोग के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष पम्पल सिंह, सह मंत्री अभिषेक सिंह, नगर मंत्री प्रणव मिश्रा, मोनू महाकाल, अभाविप के मोनू झा, जयंत जोशी, बजरंग दल के सत्यम सिंह, विनीत, अमन गुप्ता, चिंटू पोद्दार, गुलशन, छोटू, कृष्णकांत गुप्ता, अभिजीत सिंह, मिट्ठु, विपिन कुमार, मयंक सिंह, विवेक, रतन दुबे सहित अन्य उपस्थित रहे।