क्रांतिकारियों युवाओं ने शहीद कुंदन के सम्मान में कैंडिल मार्च निकालकर दी श्रंद्धाजलि
युवाओं ने चीन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी, चीनी सामान का किया बहिष्कार, शहीदों की शहादत पर रखा दो मिनट का मौन
(रितेश हन्नी/सहरसा) – भारत-चीन सिमा पर चीनी सेना द्वारा भारतीय सैनिकाें पर छलपूर्वक हमला करने के विरोध में रविवार को सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखण्ड मुख्यालय में समाजसेवी व क्रांतिकारियों ने दुर्गा मंदिर प्रांगण से बस स्टैंड गोलम्बर तक कैंडल मार्च के बाद श्रद्धांजलि दिया। कैंडिल मार्च के दौरान युवाओं ने चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान युवाओं ने चीनी सामान का उपयोग नहीं करने के साथ ही चीन के सामानों का बहिष्कार करने एवं स्वदेशी अपनाने की अपील।

वही हीरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि चीनी सेना लगातार भारतीय सीमा मैं घुसने का प्रयास कर रही है। जिसके चलते भारतीय सेना सीना तान कर चीनी सैनिकों के सामने खड़ी है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों पर छलपूर्वक जो हमला किया गया, उसे लेकर देशभर में रोष व्याप्त है। बी एन साहनी ने बताया कि चीन को यदि सबक सिखाना है तो उसको आर्थिक रूप से कमजोर करना होगा। साथ ही भारतीयों को चीनी सामान का विरोध करना होगा। तभी हम चीन को सबक सिखा पाएंगे। ज़िलापार्षद नीतू दास ने बताया कि हमलोग अभी श्रद्धांजलि किये है आगे चीन के राष्ट्रपति का पुतला भी जलाएँगे।

वहीं मन्नू रिस्की व रमेश शर्मा ने बताया हमलोग सब मिलकर चीन को करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं। चाइना वालों जो हमारे जमीन हड़पने की कोशिश रहे हैं। वो हरगिज नहीं होने देंगे। भारत के सिमा पर हमलोग मारने एवं मर मिटने के लिए हरदम तैयार हैं।
आज हमारे देश को 184, देश साथ देने को तैयार है। राजेश दीवाना के कहा कि इस लड़ाई में हमलोगों की जब कभी भी जरूरत पड़ेगी हमलोग चीन को धूल चटाने के लिए तैयार हैं। कैंडिल मार्च व श्रद्धांजलि में प्रशांत मिश्रा, इस्तिखार खान, दीपक राय, चंदन पासवान, मो०सद्दाम, ओवैस इब्राहिम, साकेत वर्मा, पिन्टू शर्मा, इकबाल, दीपेश, आदित्य, दिनेश, सुमन सहित अन्य युवा शामिल रहे।