लद्दाख सीमा पर चीन से हुई हिंसक झड़प में शहीद हुआ सहरसा का लाल कुंदन, खबर मिलते ही परिजनों के रुक नहीं रहे आँसू
संवाददाता रितेश हन्नी/सहरसा
सहरसा:-मंगलवार की देर रात भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प में सहरसा का लाल कुंदन शहीद हो गया। खबर मिलते ही गाँव के लोग स्तब्ध हैं और परिजनों के आँसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सबका रो रो कर बुरा हाल है। बताते चलें कि मंगलवार की देर रात भारत – चीन सीमा पर सहरसा जिले की विशनपुर पंचायत के आरण गांव के एक वीर कुंदन कुमार के शहीद होने की सूचना मिली है।

सूचना मिलने के बाद परिजनों ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि फोन से सूचना मिली है। उसके बाद हर कोई समाचार सुनने के लिए टीवी सहित अन्य श्रोत से जानकारी इकठे करने में जुट गये। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरण गांव निवासी निमिन्द्र यादव के पुत्र कुन्दन सेना में बहाल थे। उनकी शादी मधेपुरा जिले के घैलाढ़ थाने के इनरबा गांव में बेबी कुमारी से हुई थी। कुंदन को दो पुत्र ( 6 एवं 4 वर्ष ) का है। परिनजों को फोन पर जैसे ही मिली शहादत की खबर पूरे आरण गांव के लोग टीवी पर देखने लगे खबर जानकारी प्राप्त होने के बाद उनके घर पर लोग जुटने लगे। पंचायत के सरपंच निशी कुमारी ने बताया कि कुछ देर पहले गांव में सूचना मिली है जिसके बाद लोग स्तब्ध हैं। कुंदन के घर में मां, पापा सहित परिवार के लोग खबर सुनकर बेहोश हो गए। आसपास के लोग वीर कुंदन के परिजनों को दिलासा देने में जुट गए हैं।
बिहार के तीन जवानों ने दी चीन की सीमा पर अपनी शहादत
भारत-चीन सीमा पर हुए चीनी सैनिकों के साथ हुए हिंसक झड़प में बिहार के तीन सपूतों ने सिमा पर रक्षा करते अपनी जान की कुर्बानी दे दी। इनमें सहरसा, सारण और भोजपुर के जवान शामिल हैं। सबने अंत तक चीनी सैनिकों के साथ डटकर मुकाबला किया और लड़ते लड़ते शहीद हो गए।