पर्यावरण दिवस के अवसर पर किशन सिंह ने शहर के कई महत्वपूर्ण जगहों पर पौधे लगाए तथा लोगों के बीच पौधा वितरण का कार्य भी किया
संवाददाता अमोद कुमार,कोईलवर:-कोरोना काल में थोड़े समय के लिए इंसानी गतिविधियां कम क्या हुईं, कुदरत खिलने लगी. हवा साफ हो गई. आसमान नीला दिखने लगा. तारे और चमकदार नजर आने लगे. कई नदियों का जल पहले की तुलना में ज्यादा स्वच्छ हो गया. पक्षियों का कलरव सुनाई देने लगा. आबादी के हिस्सों में जीवों के विचरण करने की तस्वीरें सामने आने लगीं. महज दो से तीन माह में ये बदलाव दिखा. कोरोना काल से पहले और कोरोना के खत्म होने के बाद एक बार फिर पर्यावरण ही दुनिया की सबसे बड़ी समस्या होगी. कोरोना के मुकाबले ये आज भी हर दिन ज्यादा जिंदगियां लील रही है. इस समस्या से निपटने के लिए हम सबको पर्यावरण का प्रहरी बनना होगा.

बिहार का एक युवा जो इंजियरिंग का छात्र है जो कोरोना काल में जरूरतमन्दों के बीच अपने को समर्पित कर दिन-रात जरूरतमंदों का सेवा किया. जी हां मैं बात कर रहा हूं पटना निवासी किशन सिंह. आज पर्यावरण दिवस के अवसर पर किशन सिंह ने शहर के कई महत्वपूर्ण जगहों पर पौधे लगाए तथा लोगों के बीच पौधा वितरण का कार्य भी किया. साथ ही लोगों को पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक किया. इसी दौरान उन्होंने भोजपुर के कोइलवर में स्थित त्रिशा त्रिशान इंडस्ट्रीज में वृक्षारोपण किया.
अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता जरूरी है क्योंकि जागरूकता के बिना पर्यावरण को संरक्षित नहीं किया जा सकता है. ऐसे में इस समाजसेवी द्वारा कई लोगों के बीच पौधा वितरित कर उन्हें शपथ दिलाई गई कि वे विशेष अवसरों जैसे जन्मदिवस, सालगिरह, पुण्यतिथि, पर्व-त्योहार आदि अवसरों पर पेड़ लगाने का प्रयास करेंगे तथा उसके बड़े होने तक उसकी देखभाल करेंगे.