जगदीशपुर में सड़कें सुनसान,पांच बजते ही थालियों, तालियों व शंख गूंजे; लोगों ने कहा- शुक्रिया
जनता कर्फ्यू का असर, सड़को पर पसरा सन्नाटा,सब कुछ बंद, सब कुछ ठप; देखिए तस्वीर
संवाददाता सूरज कुमार राठी/जगदीशपुर
जगदीशपुर: भारत में कोरोना वायरस से निपटने की रोकथाम को लेकर 22 मार्च यानी रविवार को देशव्यापी जनता कर्फ्यू पीएम मोदी के आह्वान पर पूरे भारत मे जनता कर्फ्यू लगाया गया।
जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार सुबह से ही जगदीशपुर के हर गांव से लेकर नगर के वार्ड व गलियों में खासा असर दिखा।जनता कर्फ्यू के समर्थन में लोग घरों से बाहर नहीं निकले।


इक्का-दुक्का लोग ही सड़क पर नजर आए। मेडिकल छोड़कर सभी दुकानें बंद रही। नयाटोला मोड़,मुख्य चौरास्ता हॉस्पिटल रोड सहित अन्य इलाकों में भी सड़के सुनसान रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपील पर कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए लोगों ने खुद को घरों में कैद कर लिया। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है तो बाजार और दुकान पूरी तरह से बंद हैं।

नगर व गांव के मंदिरों को भी आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए गए जनता कर्फ्यू लोगों के बीच काफी चर्चा में रहा। लोगाें ने इसका सपोर्ट किया और सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए जागरूक किया। हर कोई एक दूसरे को इस महामारी से नहीं डरते हुए जागरूक और सतर्क होकर लड़ने की बात कहते नजर आए।

थाली, घंटी और शंख बजाकर किया कोरोना फाइटर को सलाम
जगदीशपुर में ठीक शाम पांच बजकर पांच मिनट पर लोगों अपने घरों की छतों व गेट पर आए और थाली, घंटी, शंख और ताली बजाकर कोरोना फाइटर को सलाम किया। किसी के हाथ में बर्तन किसी के हाथ में घंटी तो किसी के हाथ में शंख था।

प्रधानमंत्री का आह्वान 5 मिनट तक जनता कर्फ्यू के दौरान अपने ड्यूटी निभाने वाले चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, मीडिया कर्मी, पुलिस आदि के लिए ध्वनि आवाज के जरिये आभार प्रकट करने का था। बर्तन और घंटियों की आवाज में ड्यूटी निभाने वाले कर्मवीरों के प्रति आभार झलक रहा था। हालांकि शाम 5 बजे से 5 मिनट तक आह्वान था, लेकिन करीब 20 मिनट तक लोग कई जगह बर्तन और घंटी बजाते रहे। कई लोगों ने आतिशबाजी कर कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ भगवान से प्रार्थना की।
