फौजी चाचा ने भतीजे को उतारा मौत के घाट, भाई की स्थिति चिंताजनक
संवाददाता एहराज़ अहमद/सहार:- सहार थाना क्षेत्र के एकवारी में सोमवार तड़के हुए गोलीबारी में अफरा तफरी मच गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह संपत्ति विवाद को लेकर रिटायर फौजी ने अपने भाई एवं भतीजे पर ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी। जिसमें भतीजे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई वहीं भाई को आसपास के लोगों द्वारा इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां चिकित्सकों ने घायल को बेहतर इलाज के लिए आरा रेफर कर दिया। अहले सुबह घटी इस घटना के बाद पूरे गांव में अफरा-तफरी के माहौल कायम हो गया। ऐसे में घटना की सूचना मिलते ही सहार थाना के अलावा अजिमाबाद थाना एवं चौरी थाना मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह लगभग 7:00 बजे भुवर यादव उर्फ अखिलेश यादव के 19 वर्षीय पुत्र विकी कुमार घर पर नहाने के लिए ज्योहि बैठा था, उसी दौरान चाचा अवधेश यादव हथियार के साथ आ धमका। मिली जानकारी के अनुसार चाचा रिटायर फौजी ने आपसी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया। सर एवं छाती में दो गोली लगने के कारण भतीजे विकी कुमार की घटनास्थल पर ही मोत हो गयी। वहीं बीच-बचाव करने पहुंचे चाचा कमलेश यादव को भी हाथ में गोली लगी जिससे वे बुरी तरह जख्मी हो गए, जिसके बाद अपराधी चाचा भाग खड़ा हुआ। तीनों थाने की पुलिस पहुंचकर अपराधी को पकड़ने में जुट गई परंतु अपराधी चकमा देकर भाग खड़ा हुआ। वहीं अपराधी ने भागने के क्रम में पड़ोसी स्वर्गीय लल्लन यादव के घर पर भी हमला करने की नीयत से पहुंचा,फौजी के द्वारा स्वर्गीय लल्लन यादव के पुत्र जयप्रकाश कुमार एवं ओम प्रकाश कुमार की हत्या के उद्देश्य से घर का दरवाजा तोड़ने का प्रयास भी किया, परंतु दरवाजा नहीं टूटने के फौजी फरार हो गया, प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक घटना के ठोस कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है, परंतु दबी जबान में संपत्ति विवाद बताया जाता है।
पुलिस पुरे दिन मामले की जांच एवं अपराधी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी करती रही। ज्ञात हो कि एकवारी निवासी स्वर्गीय जनेश्वर यादव के बड़ा पुत्र अखिलेश यादव एवं छोटा पुत्र अवधेश यादव के बीच पहले से विवाद चला आ रहा था, जिसको लेकर गांव के लोगों ने पंचायती कर मामला को दबाने का प्रयास किया गया था। लेकिन रिटायर होने के बाद से फौजी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।घटना के बाद परिवार में मातमी सन्नाटा पसर गया। परिवार के सदस्यों में पिता अखिलेश यादव माता सुमित्रा देवी, भाई हनुमान जी एवं बहन प्रियंका कुमारी का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था।वहीं गुस्साये परिजनों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग स्थानीय प्रशासन से कर रहे थे। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए आरा भेजा दिया गया। सहार थानाध्यक्ष मनिंद्र कुमार ने बताया कि फर्द बयान आने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। ज्ञात हो कि एकवारी गांव पूर्व से ही गुटीय संघर्ष का केंद्र रहा है।