नन्दूरबार मदरसा से लौटे बच्चे कोरोना को हराकर जिदगी की जंग जीतकर लौटे घर

संवाददाता रितेश हन्नी/सहरसा – जिला मुख्यालय के कर्पूरी छात्रावास में बने आइसोलेशन सेंटर में रह रहे महाराष्ट्र के नन्दूरबार मदरसा से लौटे बच्चे कोरोना को हराकर जिदगी की जंग जीतकर घर वापस लौट गए। महाराष्ट्र के नन्दूरबार मदरसा से लौटे बच्चे में से नौ बच्चे कोरोना को हराकर जिदगी की जंग जीत ली। 13 दिनों तक इलाज के बाद घर जा रहे सभी बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आइसोलेशन सेंटर से छुट्टी दे दी गई।

क्या कहते हैं जिलाधिकारी

जिलाधिकारी कौशल कुमार कहते है कि महाराष्ट्र के नन्दूरबार मदरसा से लौटे बच्चे कोरोना को हराकर जिदगी की जंग जीतकर नौ बच्चे आज घर वापस लौट रहें हैं। नन्दूरबार मदरसा से ट्रेन के द्वारा सहरसा पहुंचे बच्चे में से नौ बच्चे कोरोना को हराकर जिदगी की जंग जीत ली। 13 दिनों तक इलाज के बाद जाने वाले नौ बच्चे की जाँच रिपोर्ट निगेटिव आयी। जिसके बाद आइसोलेशन सेंटर से उन्हें छुट्टी दे दी गई। उन्होंने कहा कि बहुत खुशी हुई आखिरकार कोरोना हार गया और बच्चे जिदगी का जंग जीतकर घर वापस जा रहे हैं। घर जा रहे बच्चे हो घर में ही रहने की हिदायत भी दी जा रही है।

कहते हैं सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार ने कहा कि आइसोलेशन सेंटर में रह रहे बच्चे का जाँच रिपोर्ट दो बार निगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेजा जा रहा है। बच्चे कोरोना को हराकर घर वापस लौटे रहे हैं। घर जा रहे बच्चे को घर में ही रहने की हिदायत देते हुए घर भेजा गया है। मुहल्ले/गांव के लोगों को दहशत में रहने की कोई जरूरत नहीं है। बल्कि घर लौटे बच्चे एवं उनके परिजनों को सतर्क रहने की जरूरत है।

क्या कहते हैं परिजन

खुद पे आत्मविश्वास व सबकी दुआ के कारण आज बच्चे कोरोना को हराकर वापस घर पहुंचा है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के सम्पर्क में आने से ये बच्चे संक्रमित हो गये थे। अब वह भी कोरोना वायरस से जंग जीतकर अपने-अपने घर पहुँचे हैं। सभीबच्चों के परिजनों ने कोरोना कार्यकाल में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों एवं पुलिस-प्रशासन से जुड़े अधिकारियों का शुक्रियाअदा किया।

कोरोना को हराने के बाद बच्चों की लौटी मुस्कान

कोरोना वायरस से जंग लड़कर वापस घर लौट रहे बच्चे की मुस्कान वापस लौटी। बच्चों ने बताया कि कोरोना वायरस से जंग जीतकर अब अपने आप को स्वास्थ्य महसूस कर रहा हूं।

वहीं घर जा रहे बच्चों को बताया गया कि अभी भी सचेत रहना है तथा 14 दिन तक घर में ही रहना है। घर वापस लौटे बच्चे के चेहरे पर मुस्कान वापस लौटी है। घर जा रहे बच्चे को जिला प्रशासन द्वारा ताली बजाकर स्वागत किया एवं गुलाब का फुल देकर विदा किया। मौके पर जिलाधिकारी कौशल कुमार, सिविल सर्जन डॉ० अवधेश कुमार, पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारी शम्भूनाथ झा, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रभाकर तिवारी, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी दिलीप कुमार देव, डीपीएम विनय रंजन, अस्पताल प्रबन्धक अमित रंजन सहित अन्य मौजूद रहे।


[responsive-slider id=1811]

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close

Website Design By Bootalpha.com +91 82529 92275