आगामी बाढ़ की स्थिति को देखते हुए की गई बैठक ।

संवाददाता सावन कुमार/आरा

आरा- जिलाधिकारी भोजपुर रोशन कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार के द्वारा संभावित आगामी बाढ़ 2020 को लेकर की गई बैठक। इस बैठक में सभी अंचलाधिकारीयों को निर्देश दिया गया है कि अपने अपने क्षेत्र में संकटग्रस्त समूहों की पहचान कर कर उसका प्रतिवेदन जिला आपदा कार्यालय को कराना अनिवार्य। जिला प्रभारी पदाधिकारी , जिला आपदा प्रशाखा , को निर्देश दिया गया है कि 15 जून तक बाढ़ प्रभावित संभावित की सूची पोर्टल पर अपलोड कर आना सुनिश्चित करें। साथ ही साथ तटबंध की सुरक्षा के निर्मित बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सहायक अभियंता , कनीय अभियंताओं की टीम बनाकर जांच करने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका था परंतु आज समीक्षा के क्रम में कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के द्वारा बताया गया कि अभी तक पूरी तरह से तटबंध की जांच नहीं हो पाई है ।

निर्देश दिया गया है कि 3 दिनों के अंदर सभी तटबंधों का जांच करते हुए सभी प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं नहीं तो सभी अभियंताओं पर कार्रवाई की जाएगी। हम आपको बताते चलें कि कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, आरा को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ संबंधित दैनिक प्रतिवेदन प्रतिदिन जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध कराएं साथ ही साथ संभावित भारत के मद्दनजर सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने क्षेत्रों कि बाढ़ की स्थिति में लोगों से संपर्क करते हुए कम्युनिकेशन प्लान तैयार कराना शुरू करें एवं उसकी प्रति जिला आपदा कार्यालय को उपलब्ध करवाने का आदेश दिया है ।
इस बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया है कि बड़े एवं छोटे दोनों प्रकार के नावों का निबंधन करेंगे साथ ही साथ इस बैठक में सभी संबंधित पदाधिकारियों को बताया गया कि पूर्व में यह देखा गया है कि नाविकों को राशि ससमय उपलब्ध नहीं कराई जाती है जिसके कारण नाविकों में बकाफी असंतोष रहता है। जिला परिवहन पदाधिकारी एवं सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि विभागीय निर्देश के आलोक में ससमय नाविकों को राशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगे।


इस बैठक में पॉलीथिन शीट के संबंध में प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रशाखा को यह निर्देश दिया गया है कि पॉलीथिन शीट्स की जांच कर लेंगे तथा कितनी पालीथीन शीट्स की आवश्यकता है इसकी जानकारी विभाग को देने का निर्देश दिया गया है ।
बाढ़ के समय विद्यालय की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित होती है इस समस्या को देखते हुए भी इस बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकार को निर्देश दिया गया है कि बाढ़ आने पर प्रभावित होने वाले बच्चे कहां जाएंगे इसकी सूची तैयार ससमय कर लें। साथ ही साथ भोजपुर के सिविल सर्जन को बाढ़ के समय आवश्यकता पड़ने वाले दवाओं की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है ।

साथ ही साथ जिले के सभी कार्यपालक अभियंता, पी एच ई डी को निर्देश दिया गया कि बाढ़ से बचने के लिए जो जगह चिन्हित किया गया है उस जगहों पर चापाकल, शौचालय की व्यवस्था करेंगे।
साथ ही साथ हम आपको बताते चलें कि मानसून की शुरुआत होने वाली है और भोजपुर में ऑटोमैटिक वर्षा मापक यंत्र खराब है। इस बैठक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को अविलंब ऑटोमेटिक वर्षा मापक यंत्र की मरम्मत करवाने का निर्देश दिया गया ।


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