संकट: जगदीशपुर में शहनाई की गूंज पर भी लगा लॉकडाउन का ग्रहण
सैकड़ों नए जोड़ो के मिलन में बाधा बन बैठा कोरोना
गांव में नहीं सुनने को मिल रहे मंगल गीत, शादी का तारीख बढ़ाने का चल रहा है मंथन
ऐतिहासिक किला परिसर व महथिन मंदिर में देखा सुनी भी है बंद
22 मार्च से कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लागू हो गया है लॉकडाउन
संवाददाता सूरज कुमार राठी/जगदीशपुर
जगदीशपुर।लॉकडाउन के कारण जिंदगी ठहर-सी गई है। गांव से लेकर शहर तक सभी तरह के फंक्शन स्थगित है। स्कूल-कॉलेज मंदिर मस्जिद सब बंद पड़े हैं। यहां तक कि शादियों पर भी ग्रहण लग गई है।अप्रैल के महीने में शहनाई की आवाज को पूरी तरह से शांत रहा।उसी तरह अब मई के महीने में भी मांगलिक कार्यों पर ग्रहण लगता दिख रहा है। शहनाई की गूंज व मंगल गीत गांव में आज सुनने को नहीं मिल रहा है।कोरोना ने इस पर भी ब्रेक लगा दी है।22 मार्च से कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो गया है। इसके पहले जिन लोगों के यहां शादी तय हो चुकी थी, उनकी परेशानी बढ़ गई है। पहले से तय हुई शादियों की तारीखों में बदलाव किया जा रहा है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए खुद ही शादियों की तारीख आगे बढ़ा रहे हैं। लोगों को डर है कि कहीं भीड़ हुई तो कोरोना का संक्रमण न जाने कितना को अपनी चपेट में ले लेगा।यही नही सादगी के साथ मंदिरों में होनेवाली शादी पर भी विराम लग गया है।मई महीने में विवाह का मुहूर्त है।कोरोना के खतरे से अनजान लोगों ने अपनी सुविधा और लग्न के अनुसार शादियों की तारीखे तय की। टेंट समियाना से लेकर बैंड बाजा लाइट साउंड वगैरह जैसी जरूरी चीजों का सट्टा पहले ही हो गया है।

दूल्हे दुल्हनिया को एक दूजे का होने के लिए व करना पड़ेगा इंतजार
सैकड़ों नए जोड़ो के मिलन में बाधा बन बैठा कोरोना। ऐसा लग रहा है दूल्हे दुल्हनिया को एक दूजे का होने के लिए व करना पड़ेगा इंतजार। कई दिलों की धड़कन बढ़ा दी है। कितने दिनों से शादी के सपने देखने वालो को चेहरे पर मायूसी छाई हुई है। आलम यह है कि शादी के इंतजार में बैठे दूल्हे व दुल्हन को सिर्फ तारीख पर तारीख मिल रही है। कई लोग तो ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि 17 मई को लॉकडाउन खत्म हो जाए।कोरोना के बढ़ते प्रकोप से लग रहा है कि तय तारीख के बाद भी आगे न बढ़ जाए। अगर लॉक डाउन बढ़ता है तो शादी विवाह के लिए फिर मुश्किलें बढ़ जाएगी। क्योंकि, मई के बाद जून का महीना ही लग्न का है। इस दरमियान शादी हो गई तो ठीक वरना नवंबर तक इंतजार करना पड़ेगा।जनवरी में 9,फरवरी 16,मार्च में 9 व अप्रैल माह में विवाह के कुल 4 मुहूर्त थी। कुल मुहूर्त शादी की 4 माह में 38 दिन निकल गई है। हालांकि अप्रैल माह छोड़कर जनवरी फरवरी व मार्च में शादियां हुई थी।मई माह में 16 विवाह के मुहूर्त जो 1 से 25 तारीख के अंदर में है।जून में विवाह के लिए 9 मुहूर्त है। उसके बाद सीधे नवंबर में शादी के मुहूर्त है।
लग्न रहते ही आदर्श विवाह केंद्र से चर्चित महथिन मंदिर में भी नही हो रही शादी

ऐतिहासिक,धार्मिक व सांस्कृतिक नगरी जगदीशपुर अनुमंडल क्षेत्र के बिहिया नगर पंचायत स्थित आदर्श विवाह केंद्र के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले महथिन मंदिर में शादी विवाह नहीं हो रहा है।22 मार्च से ही मंदिर के मुख्य गेट पर ताला लटका हुआ है। श्रद्धालु पूजा-अर्चना नहीं करने जा रहे हैं। शादी विवाह नहीं होने से लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही है। गौरतलब हो कि पवित्र महथिन मंदिर में लग्न के समय एक दिन में सौ से अधिक दूल्हा-दुल्हन बंध जाते शादी के बंधन में।यही नहीं लॉकडाउन के करण शादी तय करने के लिए महथिन मंदिर व ऐतिहासिक किला परिसर में देखा सुनी भी बंद है। विदित हो कि वर व कन्या की शादी तय करने के लिए महथिन मंदिर व वीर कुंवर सिंह किला स्थित पार्क में देखा सुनी एवं मुंह दिखाई की रसम भी होती है।महथिन मंदिर को बंद किए जाने के करण देखा-सुनी व विवाह भी नहीं हो रहा है। मंदिर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है। महथिन मंदिर के पुजारी गुड्डू पंडित और सरल तिवारी ने बताया कि पितृपक्ष व भादो-मास छोड़कर यहां सालों भर शादी-विवाह,दिखा सुनी होता रहता है।लग्न में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में जोड़ों की शादियां होती थी।
टूटे सपने, बैंड बाजा व अन्य कारोबार से जुटे कारोबारियों का एक सीजन का कमाई बर्बाद
कोरोना संक्रमण के कारण मांगलिक कार्यों को लेकर करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। टेंट वाले, पंडाल वाले, डेकोरेशन वाले, डीजे वाले, हलवाई, कैटरर्स सहित अन्य कारोबार से जुटे कारोबारियों को इस कोरोना काल में काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है।लॉकडाउन के वजह से आधे साल की कमाई चली गई। शादी विवाह के कारोबार करने वाले लोगों का अप्रैल से जून तक का महीना उनके लिए कमाई का जरिया होता है। ऐसे में आमद न होने पर व्यवसाय करने वाले लोगों का कमर ही टूट गई है। जितने भी सटे हुए थे कुछ कैंसिल हो गए हैं तो कुछ लोगों का डेट आगे बढ़ गया है। इन सभी का एक सीजन का कमाई बर्बाद हो गया।
शादी विवाह के मुहूर्त इस साल यही बची है
जून में विवाह के लिए विवाह के 9 मुहूर्त हैं। 13, 14, 15, 25, 26, 27, 28, 29 और 30,नवंबर माह में विवाह के केवल 3 मुहूर्त हैं। 26, 29 और 30,दिसंबर यानी आखिरी माह में विवाह के 8 मुहूर्त हैं। 1, 2, 6, 7, 8, 9, 10 और 11 है।