तय मानकों से ज्यादा बालु उत्खनन से होने लगी है पेयजल की किल्लत
संवाददाता एहराज़ अहमद/सहार
सहार:-सोन नदी के तटवर्ती इलाके में बसे गांव के लोग अब से ही पानी की किल्लत का रोना रो रहे हैं। पुराने जमाने के लोगों का मानना था की नदी के तटवर्ती इलाके में बसना हर मायने में अच्छा होता था जहां लोगों की कृषि एवं जीविकोपार्जन आसानी से उपलब्ध हुआ करता था। आज के इस समय में बालू खनन का कार्य तेजी से संचालित हुआ है जिससे तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों को दिन प्रतिदिन पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।

बालू उत्खनन में लिप्त संबंधित कारोबारी एवं प्रशासन के मिलीभगत से अवैध उत्खनन से एक और रोड की खराबी की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है वहीं लगातार जल स्तर में गिरावट अभी से देखी जा सकती है। प्रशासन की लापरवाही के कारण एवं बालू माफियाओं के द्वारा तय मानकों से ज्यादा बालू खनन से लगातार टपक रहे पानी, आए दिन रोड एक्सीडेंट के कारण भी बन रहे हैं। संबंधित अधिकारी अपनी जेब भरने में मस्त हैं वही चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी भी 10, 20 तसीलते अक्सर दिखाई देते हैं। एक ओर जहां बालू माफियाओं के साथ गिने चुने लोग इस धंधे में संलिप्त हैं, जिनकी कमाई होती है। वहीं दूसरी ओर आम नागरिक जो अभी से पानी की समस्याओं से जूझता दिख रहा है। संबंधित अधिकारियों को इस और ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे भविष्य में होने वाले जल संकट से सहार एवं इसके तटवर्ती क्षेत्र में बसे गांव को पानी की समस्या से निजात दिलाया जा सके।