गंगा विलास क्रूज के सैलानियों ने पटना के ऐतिहासिक तख्त श्री हरिमंदिर जी साहिब गुरुद्वारा, गोलघर और बिहार म्यूजियम का भ्रमण किया

पटना:-वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक के अपने 51 दिनों की यात्रा पर निकले गंगा विलास क्रूज ने आठवें दिन पटना में पड़ाव डाला। पटना में सैलानियों ने तख्त श्री हरिमंदिर जी साहिब गुरुद्वारा सहित ऐतिहासिक गोलघर और बिहार म्यूजियम का भ्रमण किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव ने सैलानियों का स्वागत किया। मौके पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पटना स्थित पीआईबी एवं सीबीसी के अधिकारी पवन कुमार सिन्हा एवं इफ्तेखार आलम मौजूद थे।

सैलानी सबसे पहले पटनासिटी स्थित तख्त श्री हरिमंदिर जी साहिब गुरुद्वारा का दर्शन करने गए, जहां उनको तिलक लगाकर एवं गुलाब का फूल भेंट कर भव्य स्वागत किया गया। मौके पर पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव, पटना की महापौर सीता साहू सहित केंद्र एवं राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधिकारियों ने सैलानियों को सिखों के 10वें गुरू गुरू गोविंद सिंह एवं तख्त श्री हरिमंदिर जी साहिब गुरूद्वारे के बारे में जानकारी दी।

मौके पर पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि ऐसा संभवतः पहली बार हो रहा है, जब इतनी बड़ी तादाद में सैलानी नदी मार्ग के रास्ते भ्रमण करते हुए भारत को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब सैलानी भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जाएंगे तो वहां की सभ्यता, संस्कृति, विरासत, खूबसूरती को अपने साथ ले जाएंगे, जिसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि गंगा विलास क्रूज की यात्रा प्रधानमंत्री के वसुधैव कुटुंबकम के सपने को चरितार्थ करेगा। उन्होंने कहा कि क्रूज यात्रा से बिहार में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

सैलानी पटना स्थित गोलघर भी गए, जहां उन्होंने उस ऐतिहासिक धरोहर को देखा और अपने कैमरे में कैद किया। पर्यटन मंत्रालय के पटना स्थित कार्यालय के निदेशक नीलकंठ ने सैलानियों को गुलाब भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने सैलानियों को ऐतिहासिक गोलघर की महत्ता के बारे में जानकारी दी।

पटना में अपने भ्रमण के अंतिम पड़ाव के रूप में सैलानी बिहार म्यूजियम गए। वहां उन्होंने देश-विदेश से इकट्ठा की गईं अद्भूत ऐतिहासिक धरोहरों, मूर्तियों, कलाकृतियों को देखा। बिहार म्यूजियम में सहेजे गए अद्भूत पौराणिक अवशेषों को देखकर सैलानी काफी रोमांचित हुए। बिहार म्यूजियम में सैलानियों के लिए गीत-संगीत का भी आयोजन किया गया। पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में बिहार के छठ पूजा, शादी एवं पर्व-त्यौहार के दौरान गाए जाने वाली गीतों एवं होली की गीतों की शानदार प्रस्तुति की गई। सैलानियों ने जम कर पूरे कार्यक्रम का आनंद उठाया। इसके बाद सैलानी अपने डेक पर वापस लौट गए।

गंगा विलास का अगला पड़ाव बेगूसराय जिला का सिमरिया है, जहां सैलानी नदी किनारे बसे गांवों का भ्रमण करेंगे।

एमवी गंगा विलास

एमवी गंगा विलास उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करते हुए 51 दिनों में लगभग 3,200 किलोमीटर की यात्रा करके भारत और बांग्लादेश में 27 नदी प्रणालियों को पार करते हुए बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा। एमवी गंगा विलास में सभी लक्जरी सुविधाओं के साथ तीन डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक पूरी यात्रा के लिए जा रहे हैं।

एमवी गंगा विलास क्रूज को दुनिया के सामने देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए डिजाइन किया गया है। विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों की क्रूज की 51 दिनों की यात्रा की योजना बनाई गई है। यह यात्रा पर्यटकों को एक शानदार अनुभव देगी और भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता में शामिल होने का अवसर देगी।

रिवर क्रूज टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री के प्रयास के अनुरूप, इस सेवा के लॉन्च के साथ रिवर क्रूज की विशाल अप्रयुक्त क्षमता का लाभ प्राप्त करना संभव हो जाएगा और यह भारत के लिए रिवर क्रूज टूरिज्म के एक नए युग का सूत्रपात करेगी।


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