भोजपुर एसपी विनय तिवारी अपनी खुद को पेंटिंग में देखकर आश्चर्यचकित.

भोजपुर के चित्रकारों ने चित्र के माध्यम से किया एसपी का स्वागत…

धर्मेन्द्र कुमार/आरा:-आरा शहर के रहने वाले व बीएचयू दृश्य कला संकाय से पढ़ने वाले कौशलेश कुमार और उनके साथ मुकेश कुमार जो चित्रकला में तृतीय वर्ष के छात्र हैं कला एवं शिल्प महाविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय की मदद से भोजपुर के नए एसपी विनय तिवारी की पेंटिंग बनाया। उसके बाद उन्होंने एसपी विनय तिवारी को गिफ्ट किया।एसपी अपनी खुद की फ़ोटो को देखकर आश्चर्यचकित रह गए और कहा कि मेरे सपनों को चित्र में उतार दिया है आप लोगों ने।

इस दौरान चित्रकार कौशलेश ने बताया कि विनय तिवारी मूल रूप से उत्तर प्रदेश से हैं। वह साल 2015 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह न केवल अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए बल्कि रचनात्मक गतिविधियों के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के ललितपुर में जन्मे विनय तिवारी के पिता एक किसान हैं। जिन्होंने अपने बेटे की शिक्षा के लिए दिन रात खेतों में काम किया। इंजीनियरिंग में रुचि रखने वाले विनय तिवारी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजस्थान के कोटा चले गए। जिसके बाद प्रतिष्ठित आईआईटी-बीएचयू में दाखिला पाने में सफल रहे। वहां से उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। अपनी ग्रेजुएशन स्तर की पढ़ाई के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया। फिर यूपीएससी की तैयारी के लिए वह दिल्ली चले गए। फेसबुक पर अपने अनुभवों को शेयर करते हुए एसपी तिवारी ने लिखा कि वह शुरू में पढ़ाई में रुचि नहीं रखते थे। वह खुद को भविष्य में फाइनेंशियली सिक्योर करना चाहते थे।

जिसकी वजह से यूपीएससी की ओर उनकी रुचि बढ़ने लगी थी। विनय तिवारी ने कहा उनके पिता ने उन्हें सिविल सर्विस में जाने के लिए प्रेरित किया करते थे। उनके पिता ने उनकी पढ़ाई के लिए कर्ज भी लिया था। जिसके बाद उन्होंने पिता के संघर्ष को देखते हुए अपनी सारी मेहनत परीक्षा पास करने में लगा दी थी। कौशलेश कुमार चित्रकला की दुनियां में महारत मिली है। उनको कोरोना के समय में भी अपनी चित्रकला के बदौलत समाज को जागरूक किया था। कौशलेश कला शिक्षक के रूप में केंद्रीय विद्यालय, काशी हिंदू विवि वाराणसी में सेवारत हैं l इनकी विशेष उपलब्धियों में जनवरी 2020 में आयोजित प्रधानमंत्री के कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा-2020 के लिए तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली की संपूर्ण कला दीर्घा को व्यवस्थित किया जाना है। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय संगीत कला संगम-2018 में इन्हें इनकी कलाकृति “हार्ड टू हार्डवेयर” के लिए क्रिएटिव कैटेगरी में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कर चुका हैl उत्तर प्रदेश पत्रकार परिषद् ने भी  2020 में कौशलेश कुमार को पूर्वांचल रत्न अलंकरण देकर सम्मानित किया है। मौके पर चित्रकार विवेक कुमार व रंगकर्मी ओपी पांडेय भी मौजूद थे।


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