
अनिश्चितकालीन अनशन पर गए पूर्व सांसद, जेल की मूलभूत समस्याओं को लेकर आनंद मोहन ने खोला मोर्चा
_रिहाई के इंतज़ार में बंंद आनंद मोहन ने किया शंंखनाद_
रितेश हन्नी/सहरसा – मंडल कारा सहरसा में रिहाई का इंतज़ार कर रहे पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल की मूलभूत समस्याओं को लेकर आज यानी गुरुवार से अनिश्चितकालीन अनशन पर जाने की घोषणा किए है। मंडल कारा सहरसा में बंद पूर्व सांसद ने जेल में हो रही 11 समस्याओं से अवगत कराते हुए अनशन पर जाने की घोषणा की है। मंडल कारा सहरसा में व्याप्त निम्नलिखित माँगों को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने अनशन पर जाने की घोषणा की है।
1. कोरोना के बहाने पिछले डेढ़ साल से मुलाकात, सामान औऱ पैसे आना बंद है। ‘e’ मुलाकात या दूरभाष पर बातचीत भी नहीं कराया जाता है।
2. भीषण गर्मी के बावजूद पंखे नहीं लगाए गए। पुराने प्रायः सभी पंखे खराब हैं, पर मरमत्ती नहीं हुए। वर्षों से पूरे जेल का वायरिंग जर्जर है, स्थायी बिजली और चापाकल मिस्त्री नहीं है।
3. शौचालय खराब पड़े हैं, सभी पखाना टंकी फटे और भरे पड़े हैं।
4. चंद दलाल टाईप क़ैदी को छोड़कर वर्षों से बंदियों को पारिश्रमिक राशि नहीं दिए गए है।
5. कैदियों को मिलने वाले परिहार वर्षों नहीं दिए हैं।
6. कई अनशन और आश्वासन के बावजूद शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं।
7. वर्षों से जिम खराब हैं, खेल-कूद की कोई व्यवस्था नहीं है।
8. जर्जर पाकशाला, क्षमता से अधिक बंदियों के बावजूद बर्तन, थाली-ग्लास, कपड़े व साबून की भारी कमी है।
9. वार्डों मे खिड़कियों के पल्ले नहीं, आंधी-बारिश, लू-जाड़े में भीषण कठिनाई है।
10. समुचित चिकित्सा और दवा का घोर अभाव है।
11.समयावधि की समाप्ति पर भीपुराने बंदियों को कोरोना का दूसरा और नए को पहला डोज नहीं दिया गया है।
इन प्रमुख माँगों को लेकर दिनांक 23 जुलाई 2021 रोज गुरुवार से सैकडों बंदियों के साथ पूर्व सांसद आनंद मोहन अनिश्चितकालीन अनशन पर रहेंगे। वहीं महिला एवं बीमार बंदियों को अनशन से मुक्त रखा गया है।