प्रो तिवारी पर लगे आरोपों की जांच करने टीम पहुंचेगी आज
शुभम सिन्हा/आरा :- राजभवन के द्वारा वीर कुंवर सिंह विवि के कुलपति प्रो देवी प्रसाद तिवारी पर प्रशासनिक एवं वित्तीय अनियमितता के लगे गंभीर आरोपों के कारण उनको अवकाश पर भेज दिया गया है। लेकिन उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच को लेकर बनी राजभवन की कमेटी चार जुलाई को आरा आयेगी। कमेटी के आगमन को लेकर विवि मुख्यालय, इसके अधीनस्थ सभी शाखा, कार्यालय व परीक्षा शाखा खुली रहेंगी। सभी पदाधिकारी, प्रशाखा पदाधिकारी व कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि कमेटी के आने पर वे अपने विभाग और कार्यालय में दस बजे सुबह से उपस्थित रहेंगे। बता दें कि टीम के आने की जानकारी राजभवन से मिलने के बाद विवि प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। शनिवार को होने वाली एकेडमिक काउंसिल और सिंडिकेट बैठक भी स्थगित कर दी गयी है। अवकाश पर भेजे गये वीसी प्रो तिवारी पर कई लोगों ने आरोप लगाया है। इस मामले में कुलाधिपति सह राज्यपाल की ओर से ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गयी है। इस टीम में मुजफ्फरपुर विवि के वीसी प्रो हनुमान प्रसाद पाण्डेय भी हैं। पिछले दिनों 21 मार्च को भी जांच टीम आई थी। लेकिन तब कमेटी बिना जांच को लौट गयी थी। इसके बाद कमेटी ने जांच में सहयोग नहीं किये जाने की बात राजभवन के समक्ष कही थी। इसके बाद प्रो तिवारी को दो जून को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया और मगध विवि के वीसी को प्रभार सौंपा गया। अब कमेटी दोबारा जांच के लिए विवि आ रही है। समिति को आरोपों की जांच कर अविलंब जांच रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश मिला है। इसके साथ ही जिन लोगों ने निवर्तमान वीसी पर आरोप लगाया है, उन्हें भी जांच के दौरान बुलाया गया है। विभिन्न पक्षों को भी विवि ने आने का पत्र जारी किया है। मालूम हो कि वीसी पर लगे आरोप और उन्हें हटाने की मांग का मुद्दा विधानसभा और विधान परिषद में भी उठ चुका है। वित्तीय अनियमितता समेत अन्य तरह के कई आरोप लगाये गये हैं। इसमें सरकार के निर्देश के अनुसार जैम पोर्टल से विवि में खरीदारी नहीं होने, कॉपी खरीद, कर्मियों की नियुक्ति और आउटसोर्सिंग से भुगतान समेत अन्य आरोप लगे हैं।