
डॉ.नीलोत्पल रमेश को पुस्तक प्रकाशन के लिए मिला अनुदान
विशाल दीप सिंह/गड़हनी :-गड़हनी प्रखंड़ के दुलारपुर गांव के निवासी एवं ओपी जिंदल स्कूल, पतरातू के हिंदी शिक्षक और प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ नीलोत्पल रमेश उर्फ डॉ.रमेश प्रसाद सिंह को ‘हिंदी पांडुलिपि प्रकाशन अनुदान‘-2020-21 प्राप्त हुआ है। मंत्रिमंडल सचिवालय (राजभाषा) विभाग, बिहार के द्वारा इन्हें 40 हजार रुपए की अनुदान राशि दी गई है। यह अनुदान उनकी समीक्षा पुस्तक ‘कसौटी के दायरे में‘ के लिए मिली है। डाॅ नीलोत्पल रमेश की अब तक देश की अधिकांश महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं, समीक्षाएं और कहानियां प्रकाशित होती रही हैं। इनका कविता संग्रह ‘मेरे गांव का पोखरा‘ पिछले वर्ष प्रकाशित हुआ था जो काफी चर्चित रहा। इन्होंने कई पुस्तकों का संपादन भी किया है जिनमें प्रमुख हैं-‘शाल वन की धारा से‘ ‘कसौटी पर कविताएं और ‘बारूद की फसलें‘ (गीत-गजल संग्रह)। इनकी इस उपलब्धि पर ओपी जिंदल स्कूल की प्राचार्या डॉ.श्वेता मलानी सहित अनेक लोगों ने बधाई दी हैं। इन्हें बधाई देने वालों में प्रमुख हैं – प्रसिद्ध कथाकार जयनंदन, कौशल किशोर, भीम सिंह भवेश,कवि-कथाकार नीरज नीर, चंद्रिका ठाकुर ‘देशदीप‘, प्रसिद्ध कवि शिरोमणि महतो,नीरज सिंह, अखिलेश कुमार, जीतेंद्र कुमार, सुमन कुमार सिंह, अनन्त कुमार सिंह,कवि राजेश दुबे,कवि हरेंद्र कुमार, आदित्य नारायण, राजेश सिंह, गीत- गजलकार सरोज झा ‘झारखंडी‘, कवयित्री अनिता रश्मि,सत्या शर्मा ‘कीर्ति‘, रामचंद्र असीत,संजय राठौर,राजकुमार गीत,विनय कुमार शर्मा, डॉ.रजनी गुप्ता, डॉ.सुबोध सिंह ‘शिवगीत‘, दयानंद मगहिया, विनोद राज ‘बिद्रोही‘, अमरेंद्र सुमन, पंकज साह आदि।