
नकली नोट छापने वाली समानों के साथ बाप बेटा भाई गिरफ्तार
पुलिस ने किया 3 लाख 12 हजार के तैयार नकली नोट और 65,600 के अर्द्धनिर्मित नोट बरामद
बक्सर. राजपुर थाना क्षेत्र के मनोहरपुर गांव में नकली नोट बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस ने मंगलवार की रात छापेमारी कर इस मामले में बाप-बेटे सहित एक ही परिवार के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से करीब पौने चार लाख रुपए का नकली नोट, लैपटाॅप, प्रिंटर वगैरह बरामद किए गए हैं। बुधवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस अधिक्षक नीरज सिंह ने बताया कि खबर मिली थी कि राजपुर थाने के मनोहरपुर गांव में नकली नोट छापा जा रहा है। इसके बाद बीते मंगलवार की रात डीएसपी हेडक्वार्टर और सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में छापेमारी की गई।
मनोहरपुर निवासी सुभाष सिंह के घर से पुलिस ने 3 लाख 12 हजार के तैयार नकली नोट और 65,600 के अर्द्धनिर्मित नोट बरामद किए। इनमें 100, 200 और 500 के नोट शामिल हैं। तलाशी के दौरान पुलिस को लैपटाॅप, प्रिंटर, पंचिंग मशीन, तीन मोबाइल और 12 एटीएम कार्ड मिले। पुलिस ने मौके से सुभाष सिंह उसके पुत्र धर्मेंद्र सिंह और चचेरे भाई अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की मानें तो दो अन्य को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि सुभाष सिंह का बेटा धर्मेंद्र इसका मास्टर माइंड है। बाप-बेटे साथ मिलकर ये धंधा करते थे, जिसमें सुभाष का चचेरा भाई अशोक मदद करता था। पुलिस अब यह पता लगा रही है कि नकली नोटों के इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है खबर है कि इस मामले में कुछ और लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं।
नकली नोट छापने के जुर्म में पकड़ा गया धर्मेंद्र सिंह अपने गांव के लोगों को भी मजे में बेवकूफ बनाया करता था। पुलिस के मुताबिक गांव के लोगों को उसने बता रखा था कि वह राजपूत रायफल्स में नौकरी करता है, जबकि सच्चाई कुछ और थी। वह हैदराबाद में सिक्यूरिटी एजेंसी चलाता है। लाॅकडाउन में घर आया और नोट छापने का काम शुरू कर दिया।
बताया जाता है कि नकली नोट छापने का कारोबार करीब दो माह से चल रहा था। इस बीच सबों ने कितना नोट छापा और उसे कहां-कहां पहुंचाया, फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है। वैसे बेहद शातिर धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया है कि अभी तो पहली बार उसने नोट छापकर तैयार किया था कि पुलिस ने पकड़ लिया। खैर, पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है।