कोरोना महामारी काल में मनोसामाजिक समर्थन को बनाये रखने का समय : डॉ. चौधरी
आरा:- सहजानंद ब्रह्मर्षि कॉलेज, आरा के मनोविज्ञान के विभागाध्यक्षय सह मनोवैज्ञानिक और राष्ट्रीय सेवा योजना के भोजपुर जिला नोडल पदाधिकारी सह महाविद्यालय कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ कृष्ण चंद्र चौधरी, साथ ही वीर कुँवर सिंह विश्वविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क मनावैज्ञानिक परामर्श दे रहें हैं। “कोरोना महामारी : मनोसामाजिक समर्थन” विषय पर वेबिनार का आयोजन विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए लोगो को जागृत करने हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। कोरोना काल मे पर्यावरण को लेकर विशेष रूप से लोग जागृत हुए है। सभी स्वयंसेवकों ने 5 जून को अपने घर में तुलसी पौधा एवम् दूसरे पौधा लगाकर वातावरण शुद्धता हेतु प्रयास किए हैं और आस-पड़ोस के स्वजन को भी प्रेरित पौधारोपण के लिए किया है। पर्यावरण दिवस से हम सभी स्वयंसेवक पर्यावरण को धेय्य संकल्पित होंगे तथा आप सभी के सहयोग से आगे की कार्य योजना को अमल में लायेंगे। वर्तमान महामारी में ऑनलाइन सामुदायिक सेवाएं स्वयंसेवकों के द्वारा चलाया जा रहा है। इसके साथ ही डॉ. चौधरी ने बताया की वर्तमान समय में कोरोना वायरस की दूसरी लहर देशभर में लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। विशेषज्ञों के अनुसार अब देश में कोरोना की किसी तीसरी लहर का आना तय माना जा रहा है। तीसरी लहर का संक्रमण के संकेत है। यह लहर बच्चों को ज्यादा संक्रमित करने की संभावना है। बचपन की ओर कोरोना के बढ़ते हाथ से आशंका है की तीसरी लहर बच्चों पर भारी होगी। पहली लहर में बुजुर्ग, दूसरी लहर में नौजवान (युवा) और संभावित तीसरी लहर में बच्चे प्रभावित होने की चेतावनी है। चिंता की बात है कि तीसरी लहर की बात वैज्ञानिक कह रहे हैं। केवल दृढ़ ईच्छाशक्ति और हम की भावना के साथ प्रयासरत रहने की आवश्यकता है। हमलोगों को अच्छी मानसिक स्थिति और मनोबल को बनाये रखने का समय है। हमलोग कोरोना को गंभीरता से लें क्योंकि यह दूसरा लहर भी गुजर ही जाएगा। हमें इस लड़ाई को लड़ना और जितना ही होगा। इससे बच्चों को प्रभावित होने की आशंका है। इस वेबिनार से स्वयंसेवकों को समुदाय के लिए कोविड मददगार कौशल प्रशिक्षण दिया गया है।