
करोड़ों रुपये के बैंकिंग फ्रॉड की जांच करने पहुंचे एलडीएम, और भी बढ़ सकती है राशि
28 घंटे बाद भी नही हुई प्राथमिकी, थाने नही पडें आवेदन
बक्सर. सिमरी प्रखंड के आशा पड़री गांव में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में प्रबंधक के द्वारा करोड़ों रुपये की हेरफेर मामले की जांच करने के लिए बुधवार को एलडीएम आनंद कुमार ओझा बैंक की शाखा में पहुंचे। उन्होंने शाखा के नए प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार तथा अन्य बैंक कर्मियों से बातचीत की तथा कई फाइलों को भी खंगाला। साथ ही साथ उन्होंने मौके पर पहुंचे शिकायतकर्ताओं से भी जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने बताया कि खाताधारकों के द्वारा प्राप्त शिकायतों को जाँच किया जा रहा है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कितने रुपए की राशि का गबन किया गया है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि दोषी बैंक कर्मी किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएंगे।
एलडीएम आनंद कुमार ओझा ने बताया कि ग्रामीण बैंक की टीम मामले की जांच करने के लिए एक-दो दिन में पहुंचेगी। और
जिन लोगों ने बैंक में पैसे जमा किए थे उनके पैसे यदि किसी बैंक कर्मी के कारण गायब हुए हैं तो उन्हें उन पैसों का भुगतान किया जाएगा। ऐसे में ग्राहकों से आवेदन भी लिए जा रहे हैं। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि मामला केवल तीन करोड़ का नहीं बल्कि उससे भी ज्यादा का है।
बताया जा रहा है कि बैंक के पूर्व प्रबंधक रवि रंजन कुमार के द्वारा विभिन्न ग्राहकों के खातों से अवैध निकासी कर लेने का मामला प्रकाश में आया है। ग्राहक यह बता रहे हैं कि, वह तकरीबन एक साल से बैंक पासबुक अपडेट कराने के लिए आते थे जिस पर मैनेजर के द्वारा उन्हें अलग-अलग बहाने कर खाताधारकों को वापस कर दिया जाता था। इतना ही नहीं बैंक खाते में मोबाइल नंबर जोड़ने का भी काम प्रबंधक के द्वारा नहीं किया गया है। ऐसे में खाते से होने वाली निकासी के बारे में उन्हें पता ही नहीं चला।
बैंक से रुपए गायब होने के मामले की जानकारी पूरे इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गई, जिसके बाद सभी लोग अपने अपने खातों को अपडेट कराने के लिए बैंक में पहुंचने लगे, जिसके कारण बैंक शाखा में अत्याधिक भीड़ हो गई। कोई अप्रिय घटना ना हो इसे लेकर सिमरी थानाध्यक्ष राहुल कुमार मौके पर मौजूद रहे तथा लोगों को नियंत्रित कर उनके बैंक पासबुक अपडेट कराए जा रहे हैं इसके साथ ही जिन लोगों के पैसे गायब हुए हैं उनसे आवेदन भी लिए जा रहे हैं।