आग लगने से कई इलाकों में घर जले तो लगी गेहूं की फसल राख
कोरोना संकट के बीच गरीबों का उजरा आशियाना
शॉर्ट-सर्किट से निकली चिनगारी से गेहूं में लगी आग
एटीएन सिटी न्यूज़ टीम,भोजपुर
आरा| गड़हनी/ कोइलवर /बड़हरा| जिले में गर्मी के साथ अगलगी की घटनाएं बढ़ते जा रही है। एक तरफ कोरोना को लेकर बेरोजगारी की मार है तो दूसरी तरफ किसानों व गरीबों के आशियाना हर रोज जल रहा है।बड़हरा प्रखंड अंतर्गत कृष्णागढ़ क्षेत्र के गुंडी गांव मे चने का होरहा झोरने के दौरान एक झोपड़ी घर में आग लगने से हजारों की संपति जलकर खाक हो गया।झोपड़ी में आग लगने से घरों में रखा गेहूं,बर्तन,साइकिल सहित अन्य कई सामान जल गए।जहां पीड़ित व्यक्ति के समक्ष भुखमरी का संकट उत्पन्न हो गया।पीड़ित व्यक्ति गुंडी गांव के बदरु नोनिया बताया जाता है।इधर,गड़हनी संवाददाता के अनुसार गड़हनी प्रखण्ड क्षेत्र के काउप गाँव मे बिजली शॉट सर्किट से लगी आग घरेलु समान जलकर राख हो गई। घर का समान बचाने के क्रम में एक महिला भी झुलस गई।महिला का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गडहनी मे मुखिया पति ओम नरायण साह के सहयोग से कराया गया।बता दें कि काउप निवासी राज नाथ महतो के घर मे बुधवार को दिन के लगभग बारह बजे के आसपास अचानक बिजली के शॉट सर्किट होने से आग लग गई जिससे घर मे रखे सारे समान जलकर राख हो गई साथ ही राज नाथ महतो की पत्नी आग से झुलस गई जिनका इलाज स्वास्थ्य केन्द्र गडहनी मे चल रहा है।राजनाथ महतो ने बताया की हमारे पास रहने के नाम पर फुस के पलानी थी उसी मे अपने परिवार बच्चों के साथ जीवन गुजर वसर करते थे।उस में भी लग गई आग अब कहां और कैसे जीवन यापन करेंगे इस महामारी में कही काम भी नही मिलेगा।

कोइलवर संवाददाता के अनुसार चांदी थाना क्षेत्र के गोपालपुर पंचायत के कोसिहान मठिया के पास काट कर रखें गये करीब तीन हज़ार बोझे आग में जलकर ख़ाक हो गये।आग लगने की आशंका खलिहान के नज़दीक में लगे बोरिंग के पास ट्रांसफॉर्मर से निकली चिंगारी से बताया जा रही है।
काटें गये गेंहू के बोझे को खलिहान में रखा गया था हाइटेंशन तारों के आपसी स्पर्श से निकली छोटी चिंगारी ने सूखे बोझों पर गिरे।जिससे आग लग गयी और सारा बोझा जलकर ख़ाक हो गया।हालांकि स्थानीय लोगो के द्वारा निजी नलकूपों से आग पर काबू पाने के प्रयास किया गया पर तबतक आग सभी बोझों को अपनी आगोश में ले चुकी थी।वहीं दूसरे स्थान पर रखें गये अन्य बोझों को तुरंत हटा दिया गया ताकि और अन्य लोगो को नुकसान न हो।जिनका बोझा जला है उन लोगों में बिजय चौधरी,रामजी महतो,नारायण महतो,विनोद चौधरी,राजिंदर महतो,कमलेश तिवारी और रमेश चौधरी बताया गया है।