छात्रों की टोली: गरीबों की सेवा में बीत रहा दिन, पॉकेट खर्च के पैसे से बांट रहे अनाज
● ठेले पर अनाज लेकर छात्रों की टोली निकल जाती है जरूरतमंदों के बीच बांटने अनाज
● 10 दिनों से बांट रहे अनाज, लॉकडाउन तक बांटने का लिया है निर्णय
● युवाओं ने रुपये जमा कर रोज बांटते हैं अनाज
● युवाओं को मिल रहा है दूसरों का भी सहयोग, किया है हेल्पलाइन नंबर जारी
संवाददाता सूरज कुमार राठी,जगदीशपुर
जगदीशपुर। कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया जा चुका है। इस आपदा से बचने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। ऐसे लोगों की बड़ी संख्या है जो लॉकडाउन के कारण न तो रोजगार कर पा रहे हैं और न ही खाने के लिए राशन ही खरीद पा रहे है। ऐसे में सैकड़ों लोग भूखे पेट रहने को मजबूर लोगों की चिंता में कदम बढ़ाए हैं नगर के जाबांज छात्र नौजवानों ने। लोगों के दुख व भूखे पेट के कारण बहते आंसुओं को देखकर छात्र राहुल साहू, एमजे मयंक, अतुल मिश्रा ,रवि रंजन ,विक्की बाबा, अमित कुमार अभिषेक मिश्रा दीपू अभिनाश, समेत अन्य नौजवानों की टीम ने इनकी मदद करने की ठानी और छात्र नौजवानो की टोली ने अपने जेब खर्च के लिए रखे रुपयों को इन गरीबों को आसूं पोंछने में खर्च कर डाले।ये सभी छात्र नौजवान लगातार 10 दिनों से गरीब तबके के लोगों के बीच अपने पॉकेट खर्च के मिलने वाले पैसे एकत्रित कर अनाज वितरण कर रहे हैं।इसे कोरोना मैजिक ही कहेंगे जो नौजवान अपने पिता व मां की भी नहीं सुनते थे और हजारों रुपये प्रतिदिन घूमने-फिरने में खर्च कर देते थे। वैसे नौजवानों ने गरीबों के आंख से निकले आंसुओं को पोछने का काम कर रहे है। ये सभी नौजवानों का क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। सभी नौजवानों ने क्षेत्र के गरीब तबके के लोगों के बीच ठेले पर अनाज लेकर वितरण के लिए निकल जा रहे हैं अहले सुबह से ही। यह सभी युवा आटा चावल दाल नमक साबुन समेत अन्य खानपान का सामान वितरण कर रहे हैं।
एक ही लक्ष्य, भूखे पेट नहीं सोने दिया जाएगा
राहुल साहु व एमजे मयंक बताते हैं कि गरीबों का बहते आंसू को देखकर रहा नही गया और आनन फानन में जेब खर्च के रुपयों को जमा कर गरीबों के लिए अनाज वितरण शुरू कर दिया। जब तक लॉकडाउन समाप्त नही होता तब तक प्रतिदिन अनाज वितरण काम चलता रहेगा। युवाओं ने बताया कि इस अभियान में कई लोगों का सहयोग भी मिल रहा है। उनके लिए हम लोग आभारी हैं। युवाओं ने बताया कि हम लोग द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है जो लोग उस पर सहयोग कर रहे हैं।