
कथक गुरु बक्शी विकास को मिला डुमरांव घराना का सर्वश्रेष्ठ सम्मान
आरा:- बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर प्रोफेसर श्याम मोहन अस्थाना द्वारा लिखित चर्चित नृत्य नाटिका बुद्धम शरणम गच्छामि के वर्चुअल प्रदर्शन ने इस कोरोना महामारी में लोगों को मानवता की ओर आकर्षित किया। इस नृत्य नाटिका का निर्देशन मशहूर कथक गुरु बक्शी विकास ने किया। कलाकारों में अमित कुमार, रविशंकर, राजा कुमार, सोनम कुमारी, सृष्टि प्रिया, पुष्पांजली राज, शालिनी, हर्षिता विक्रम व शिवानी सिंह ने अपने नृत्य व अभिनय से श्रोताओं को खासा आकर्षित किया।

इस नृत्य नाटिका में सामाजिक कुरीतियों व चांडालिका की व्यथा को बखूबी दिखाया गया है। वहीं चांडालपुत्री व राजकुमार के प्रेम प्रणय ने आंनद विभोर किया। इस नृत्य नाटिका ने बुद्ध के संदेशों के माध्यम से मानवता एक उदारता उभर कर सामने आया। इस गुरु बक्शी विकास ने कहा कि वर्तमान कोविड काल में हमें जीवन का मूल्य समझना होगा और एक दूसरे की मदद करनी होगी। बुद्ध के जीवन पर आधारित इस नृत्य नाटिका की प्रस्तुति का यही हमारा उद्देश्य भी हैं। हर इंसान को अपने अंदर उदारता के स्वभाव को विकसित करने की आवश्यकता है। भगवान बुद्ध के आदर्शो पर चलने से एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। भगवान बुद्ध की वास्तविक कथाए आज भी प्रासंगिक हैं। साथ ही साथ हम आपको बता दें कि पांच सौ वर्ष प्राचीन डुमरांव घराना की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह श्रृंखला में गुरु बक्शी विकास को सर्वश्रेष्ठ पंडित घनारंग प्रकाश सम्मान से बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर विभूषित किया गया। यह सम्मान गुरु विकास को वर्चुअल सभा में प्रदान किया गया। पद्मश्री पंडित विजय शर्मा, पंडित देवेन्द्र वर्मा, रजनी राव व पंडित रामजी मिश्र ने गुरु विकास को संयुक्त रूप से सम्मान पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर डुमरांव घराना के सुविख्यात ध्रुवपद गायक पंडित रामजी मिश्र ने कहा कि गुरु विकास का संगीत के प्रति लगन, समर्पण और सेवा युवाओं के लिए आदर्श सिद्ध हुआ है। आरा की प्राचीन संगीत परंपरा को पुनर्जागृत करने का श्रेय गुरु बक्शी विकास का हैं। गौरतलब है कि गुरु विकास पद्मविभूषण पंडित बिरजू महाराज व विदुषी साश्वती सेन के शिष्य हैं एक पूरे देश में 100 से भी अधिक युवाओं को कथक का प्रशिक्षण दे रहें हैं। इससे पूर्व गुरु विकास को कथक चक्र चूड़ामणि, नृत्यशास्त्री सम्मान, नृत्य रत्न, नृत्य शिरोमणि, नटेश्वर सम्मान, भोजपुर गौरव सम्मान समेत कई महत्वपूर्ण सम्मान व पुरस्कार प्राप्त है।

गुरु विकास तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम, डॉ. प्रतिभा देवी सिंह पाटील, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समक्ष कथक प्रस्तुत कर चुके हैं। वहीं गुरु विकास को तत्कालीन गवर्नर महामहिम आर. एल. भाटिया द्वारा स्वर्ण पदक भी हासिल है।