अवैध बालू की ढुलाई से बांध क्षतिग्रस्त ग्रामीण मे दहशत
रमेश/कोईलवर:- थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव के सोन नदी के दियरा इलाके में बालू माफियाओं के द्वारा जबरन कब्जा कर रैयती किसानों के जमीन से अवैध बालू उत्खनन व हजारों बालू लदे वाहनों के परिचालन से हजारों एकड़ जमीन में फसल पटल,करैला,लौकी सहित अन्य कई सब्जियां बर्बाद कर दिया।जिसमें राजापुर, दौलतपुर, हरहंगी टोला ,महादेवचक,मानाचक,जमालपुर अब इस इलाके के किसान व ग्रामीण भुखमरी के कगार पर आ गए।बिहार सरकार के द्वारा ग्रामीणों को पानी के डूबने व फसल बर्बाद से बचाने के लिए कोईलवर बक्सर तटबंध बनाया गया था।जो बालू माफियाओं के द्वारा पोकलेन मशीन व जेसीबी मशीन के द्वारा अवैध बालू लदे वाहनों के परिचालन के लिए तटबंध को छतिग्रस्त व अलग थलग कर दो भागों में बांट दिया व सड़क मार्ग को बर्बाद कर दिया है।जिसमें दर्जनों गांव के पचरूखियां कला,राजापुर, जमालपुर, इंग्लिशपुर,दौलतपुर सहित अन्य कई गांव के ग्रामीणों को बाढ़ से डूबने का भय सता रहा व नींद हराम हो गया है।आपको बता दें कि बालू माफियाओं के द्वारा आधा दर्जन जगह पर तटबंध छतिग्रस्त जिसमें पचरूखियां कला, राजापुर, दौलतपुर, हरहंगी टोला, महादेवचक सेमरिया के समीप तटबंध को छतिग्रस्त कर दिया गया है।जो कि बाढ़़ प्रमंडल के किसी अधिकारियों के द्वारा तटबन्ध छतिग्रस्त व टूटे फूटे जगहों के दुरूस्त नहीं किया गया।जिससे दर्जनों गांव के ग्रामीण मे बाढ़़ के पानी से डुबने का भय सत्ता रहा है।जो कि अभी भी अवैध बालू उत्खनन व छतिग्रस्त तटबंध से हजारों बालू लदे वाहनों के परिचालन जारी है।जिससे दर्जनों गांव के ग्रामीणों मे आक्रोश व्याप्त है।