
नगर पंचायत के खुला पोल सफाई के नाम पर 11 लाख 92 हजार रुपए के लूट खसोट
रुपेश/कोईलवर:- नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 मुहल्ले.में सफाई नहीं होने से नाली का पानी ग्रामीणों के घर तक जा पहुंचा। जिससे काफी ग्रामवासी परेशान अक्सर रहते हैं। ग्रामवासी नगर पंचायत में कितनी बार इसकी शिकायत और वार्ड पार्षद से शिकायत कर थक चुके हैं लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर नगर पंचायत में रोजाना झाड़ू लगाई जाती है और नाली की सफाई की जाती है। लेकिन कोईलवर के नगर पंचायत में बहुत से जगह पर 1 सप्ताह या 3 दिनों पर नाली की सफाई की जाती है और झाड़ू लगाने को लेकर ग्रामवासी रोज नगर पंचायत के किसी भी कर्मचारी से कहते हैं लेकिन फिर भी उनकी बातों को टाल दी जाती है बहुत सी जगह पर कोईलवर के नगर पंचायत में गंदगी का भंडार लगा है।जिसमें थाना रोड,स्टेशन रोड ब्लॉक रोड में हमेशा की तरह नगर पंचायत के चलने वाली ट्रॉली पर कचरा उठाकर और वहीं पर फेंक दिया जाता है। उसके बाद आग लगाकर सार्वजनिक जगह पर आग लगाकर जलाया जाता है जिससे निकलने वाली धुआं और गंदगी दुर्गंध देता है जिससे लोगों को आने जाने मे भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।जिससे काफी लोग ग्रामीण व राहगीर बीमार भी पड़ जाते हैं। वही जब कोईलवर नगर पंचायत के वार्ड पार्षद संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका फोन लगा लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। उसके बाद सफाई कराने वाले सुपरवाइजर से हमने बात किया। उन्होंने कहा कि हर एक वार्डों में रोजाना स्तर सफाई कराई जाती है लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना सर सफाई नहीं की जाती है वही जब सुपरवाइजर अजय कुमार से पूछा गया कि 11 लाख ₹92 हजार के हर माह पूरे नगर पंचायत के सफाई के लिए पैसा दिया जाता है। सुपरवाइजर अजय कुमार ने बताया कि 1 लाख 92 हजार नगर पंचायत के गाड़ी और ट्रॉली की मेंटेनेंस में पैसा खर्च किया जाता है। फिर भी गलियों के बहुत से जगह पर गंदगी का अंबार कचरे लगे रहते हैं।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि एक दिन बाद कचरा ले जाने के लिए डोर टू डोर पहुंचता है ऐसा भी नजारा देखने के लिए मिलता है कि बाहर में कचरा रखा रहता है लेकिन कहने के बाद उसे उठाकर टोली में डाला जाता है। सुपरवाइजर अजय कुमार ने बताया कि नगर पंचायत के सर सफाई करने के लिए मजदूर 80 लोगों को रखा गया है। जिसमें महिलाएं भी शामिल है। नगर पंचायत मिर्जापुर इतनी मजदूर काम करते हैं तो सफाई में एक कम या किस जगह खल रही है।लोगों का कहना है कि इसका जिम्मेदार कौन है नगर पंचायत के कार्यपालक व नगर पंचायत के अध्यक्ष या जो कंपनी का सुपरवाइजर।वहीं सुपरवाइजर अजय कुमार ने बताया कि नगर पंचायत मे प्रतिदिन हरेक गली मोहल्ले मे साफ सफाई की जाती।लेकिन गली मोहल्ले में नजारा कुछ अलग ही बयां कर रहा।स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर पंचायत में गंदगी अंबार से लोगों का जीना मुश्किल व बीमारी का भय बना रहता है।