
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच शिविर में 18 पॉजिटिव मचा हड़कंप
रुपेश/कोईलवर:- कोईलवर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच शिविर लगाया गया।कुल जांच 135 लोगों का किया गया है ।जिसमें रैपिड एंटीजन किट के द्वारा 135 लोगों का जांच किया गया वही आरटीपीसीआर रैडम 117 लोगों का किया गया जिसमें नाको में से स्वैब का नमूना लिया जाता है जो पटना में जांच किया जाता है जांच के बाद दो दिनों के बाद रिपोर्ट भी दी जाती है वही जिस व्यक्ति का रिपोर्ट चाहिए उसके मोबाइल पर फोन किया जाता है और उसे बताया जाता है कि वह व्यक्ति पॉजिटिव है या नेगेटिव। वही कोईलवर के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में आज कोरोना जांच शिविर लगाया गया जिसमें कुल जांच 135 लोगों का किया गया है। जिसमें कोईलवर प्रखंड के 18 व्यक्तियों में संक्रमण पाया गया है। वही रैपिड एंटीजन किट से जांच करने के बाद 18 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अफरातफरी के माहौल उस समय कायम हो गया जब कोरोना का मरीज लगातार निकलने लगा बहुत लोग बिना टेस्ट कराए हुए हैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से अपने घर लौट गए। वहीं जहां पर कोरोनावायरस संक्रमण का जांच किया जा रहा है उस जगह पर अच्छी तरीके से लाइन में लगा कर नहीं किया जा रहा है इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा और भी मंडरा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी नवीन कुमार को एक बात की पहल करने की जरूरत होगी नहीं तो आने वाले समय में कोरोनावायरस जैसे संक्रमण कोईलवर में फाइनल जाएगा वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बहुत लोग बिना मास्क के ही दिखते हैं इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है। संक्रमण पाए गए लोगों कोईलवर चैनपुरा कुल्हाड़ीया शामिल रहे। वही कोरोना जांच शिविर जहां हो रहा है वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ा रहे हैं लोग वहीं स्वास्थ्य कर्मी और अधिकारी अगर इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करेंगे तो आने वाले समय में लगातार कोरोनावायरस संक्रमण में बढ़ोतरी होती ही रहेगी क्योंकि जो संक्रमण व्यक्ति में है वह व्यक्ति अगर चेक कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आता है वह भीड़ भाड़ में रहता है और उससे किसी और को भी संक्रमित कर देता है लेकिन यहां तो बरहाल देखने वाली बात होगी तब तक यह सिलसिला चलते जाएगा।
वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी नवीन कुमार खुद तो स्वास्थ्य केंद्र में नहीं आते हैं लेकिन यहां का हाल बा से बदतर होते जा रहा है। सरकार को और स्वास्थ्य विभाग को एक बात की पहल करने की जरूरत होगी। नहीं तो संक्रमण बढ़ाने में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी की दोसे होगी