जैन समुदाय के लोगों ने घर से मनायी महावीर जयंती
संवाददाता धर्मेन्द्र कुमार,आरा
आरा। जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्मकल्याणक दिवस चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को प्रत्येक वर्ष मनायी जाती है। श्री महावीर जयंती समारोह समिति, आरा के तत्वावधान में प्रत्येक वर्ष आरा जैन समाज, भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव को त्रिदिवसीय और पांच दिवसीय कार्यक्रम के रूप मनाते आया है। चूंकि इस वर्ष वैश्विक महामारी (कोरोना वायरस) के प्रकोप से पूरी दुनिया पीड़ित है और भारत सरकार के लॉकडाउन का पालन करते हुये जैन समाज के लोगों ने घर से ही महावीर जयंती मनायी। महावीर जयंती पर सभी जैन धर्मावलंबियों ने अपने-अपने घरों से भगवान महावीर का जयघोष जिसमें “जबतक सूरज-चाँद रहेगा, भगवान महावीर का नाम रहेगा।

भगवान महावीर का अमर सन्देश जियो और जीने दो, अहिंसा परमो धर्म इत्यादि जयघोषों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। जयंती समिति के सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस के रोकथाम में अपना विशेष योगदान देने वाले चिकित्सक, चिकित्सककर्मी, पुलिसकर्मी, एवं सफाई कर्मचारीयों के बीच प्रसाद स्वरूप फल का वितरण किया गया। भगवान महावीर के सिद्धांतों पर आधारित कई ऑनलाइन प्रतियोगिता की प्रस्तुति भी हुई जिसमें णमोकार मन्त्र लेखन, चित्रकला, आरती थाल सजाओं, अष्टद्रव थाल सजाओं, निबन्ध लेखन इत्यादि में बहुत से प्रतिभागियों ने भाग लिए। समिति के सचिव अखिलेश कुमार जैन ने बताया कि लॉकडाउन के समाप्ति पर सभी ऑनलाइन प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार वितरित किये जायेंगे। समिति के मीडिया प्रभारी निलेश कुमार जैन ने बताया कि संध्याकालीन समय में सभी जैन परिवार के लोगों ने अपने-अपने घरों में रंगोली एवं द्विप प्रज्ज्वलित कर भगवान महावीर से प्रार्थना किये कि कोरोना वायरस का प्रकोप जल्द से जल्द भारतवर्ष सहित पूरे विश्व में खत्म हो।