
औचक निरीक्षण के दौरान नशे की हालत में पकड़े गए दरोगा जी, हुए गिरफ्तार, जा सकती है नौकरी❓
रितेश हन्नी/सहरसा:-बिहार में शराबबंदी के बावजूद लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि शराब माफिया चोरी-छिपे शराब की तस्करी कर रहे है। विपक्ष भी लगातार होम डिलीवरी की बात बोलकर नीतीश सरकार को निशाने पर ले रहा है। लेकिन हैरानी की बात है कि जिनके कंधे पर इस कानून को जमीन पर लागू करने की जिम्मेदारी है, वे खुद ही शराब पीकर डिपार्टमेंट की नाक कटा रहे हैं। ताजा ममला सहरसा जिले का है, जहां कोसी रेंज के डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण ने नशे में धुत एक दारोगा को खुद पकड़ा है।
दारू पीकर टल्ली हुए इस दारोगा के खिलाफ डीआईजी ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। सीएम के आर्डर के अनुसार इस दारोगा की नौकरी भी जा सकती है। दरअसल डीआईजी औचक निरीक्षण करने निकले थे। इस दौरान जैसे ही वह सौरबाजार थाना पहुंचे तो वहाँ पदस्थापित दारोगा ओमप्रकाश राम नशे की हालत में मिले। दारोगा ओमप्रकाश राम को इस हालत में पकड़ने के बाद डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण ने फ़ौरन आदेश दिया कि उसे सौरबाजार पीएचसी ले जाया जाये। वहां पर ब्रेथ एनलाइजर से उनकी जांच की गई तो वे नशे की हालत में पाए गए।
जिसके बाद आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी दारोगा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वही कुछ अन्य बिंदुओं पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। आपको बता दें कि बीते 15 फ़रवरी को मधनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की अहम बैठक में सीएम नीतीश ने यह निर्णय लिया कि अगर कोई भी पुलिसवाला शराब पीते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसे तत्काल बर्खास्त कर दें। यानी कि उसकी नौकरी चली जाएगी।